Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 03:25 PM
आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब सीटू के आह्वान पर जिलाध्यक्ष गुरमेल कौर ङ्क्षबजोकी के नेतृत्व में डी.सी. दफ्तर सामने कैंप लगाकर जेल जाने के लिए हजारों की संख्या में वर्करों व हैल्परों ने प्रण पत्र भरा। इस दौरान वर्कर्ज-हैल्पर्ज ठंड के बावजूद सड़क पर...
संगरूर (विवेक सिंधवानी,यादविन्द्र): आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब सीटू के आह्वान पर जिलाध्यक्ष गुरमेल कौर ङ्क्षबजोकी के नेतृत्व में डी.सी. दफ्तर सामने कैंप लगाकर जेल जाने के लिए हजारों की संख्या में वर्करों व हैल्परों ने प्रण पत्र भरा। इस दौरान वर्कर्ज-हैल्पर्ज ठंड के बावजूद सड़क पर बैठी रहीं। नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों से सौतेला व्यवहार कर उनकी रोजी छीन रहीहै। 52 दिनों से राज्य की 54 हजार महिलाएं अपने रोजगार की गारंटी के लिए सड़कों पर उतरी हैं परंतु मुख्यमंत्री के पास उनकी समस्याएं सुनने का भी समय नहीं हैं।
इन 52 दिनों में मुख्यमंत्री 4 बार बैठक का समय देकर रद्द कर चुके हैं व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना द्वारा 8 नवम्बर को यूनियन नेताओं से बैठक करके जो फैसले लिए गए थे, वे अभी तक लागू नहीं किए गए। इसी रोष में जेल भरो आंदोलन संबंधी प्रण पत्र भरकर डी.सी. को मांग पत्र सौंपा गया। मांगें पूरी न होने पर 15 नवम्बर से जेलें भर दी जाएंगी। आज के कार्यक्रम को मुख्य नेताओं सहित सुरेन्द्र कौर मंडेर, शिंदर कौर,रणजीत कौर, छत्रपाल कौर, तृष्णजीत कौर, कमलजीत कौर, परमजीत कौर, सर्वजीत कौर, आशा रानी व सरोज धूरी आदि ने भी संबोधित किया।
ये हैं मांगें
3 से 6 वर्ष के बच्चों का दाखिला आंगनबाड़ी सैंटरों में यकीनी बनाना, आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों के मान-भत्ते में वृद्धि, पैंशन व ग्रैच्युटी की गारंटी, आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल, शौचालय व बिजली का प्रबंध करना है।