Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2017 12:31 PM
प्राथमिक सेहत केंद्र में डिलीवरी के दौरान पहले बच्चे फिर पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रैफर की उसकी मां की हुई मौत के कारण रोष में आए
फतेहगढ़ साहिब(जगदेव): प्राथमिक सेहत केंद्र में डिलीवरी के दौरान पहले बच्चे फिर पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रैफर की उसकी मां की हुई मौत के कारण रोष में आए पारिवारिक सदस्यों ने सरहिंद-पटियाला मुख्य मार्ग पर गांव रुड़की के पास महिला का शव सड़क पर रख कर लापरवाही बरतने वाले डाक्टरों के खिलाफ धरना दिया।मृतका बलजीत कौर के पति गांव रुड़की निवासी सतिंद्र सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी को दर्द होने के कारण वह रविवार उसे रात 8.30 बजे प्राथमिक सेहत केंद्र लेकर आए। स्टाफ नर्स जसपाल कौर व डा. नेहा द्वारा उसकी पत्नी को भर्ती किया गया।
इसके उपरांत जब उसकी पत्नी की हालत ठीक होती नहीं दिखाई दी तो उसको कई तरह के इंजैक्शन भी लगाए गए और ग्लूकोज भी चढ़ाया गया। सोमवार दोपहर करीब 3.30 बजे साधारण डिलीवरी हुई लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका और पत्नी के अंदर से खून आना बंद न हुआ। जिसके उपरांत डाक्टरों द्वारा उसकी पत्नी की हालत को नाजुक देखते हुए उसे पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रैफर कर दिया गया। पति ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह एंबुलैंस के ड्राइवर को लेने गया तो उसके चालक ने कथित तौर पर शराब पी रखी थी। मजबूर होकर वह अपनी पत्नी को एक प्राइवेट वाहन द्वारा पटियाला ले आया। पत्नी को वहां दाखिल करवा कर मृतक बच्चे को दफनाने के लिए गांव लेकर आ गया। जब वह राजिंद्रा अस्पताल में गया तो डाक्टरों ने कहा कि उसकी पत्नी में सिर्फ 3 ग्राम खून बचा है और उसको खून की भारी मात्रा में जरूरत है।
इसके बाद वह कुछ रिश्तेदारों और नौजवानों को खून देने के लिए लेकर आया और डाक्टरों ने उसकी पत्नी को 4-5 बोतल खून चढ़ाया और उसकी बच्चेदानी के 2 आप्रेशन भी किए। आप्रेशन करने बाद भी खून आना बंद न हुआ और उसे डाक्टरों ने आई.सी.यू. में दाखिल कर लिया, जहां पर उसकी पत्नी की मौत हो गई। आज सुबह वह शव को लेकर गांव रुड़की पहुंचे और रोड जाम कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला फतेहगढ़ साहिब के एस.डी.एम. अमरिंद्र सिंह टिवाणा, सिविल सर्जन डा. हरिंद्र कौर, एस.पी.(डी.) दलजीत सिंह राणा, डी.एस.पी. बिक्रमजीत सिंह थिंद, डिप्टी मैडीकल कमिश्रर डा. जगदीश सिंह, एस.एम.ओ. डा. कृष्ण सिंह मौके पर पहुंचे। करीब 3 घंटे तक रोड जाम करने पर पुलिस व सेहत विभाग द्वारा पारिवारिक सदस्यों की मांग पर डाक्टर नेहा को सस्पैंड कर दिया गया और बनती कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया।