Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 11:06 AM
फोर्टिस अस्पताल में आज लोगों ने उस हंगामा कर दिया, जब उनकी 10 वर्षीय बच्ची, जिसकी अस्पताल लाते हुए रास्ते में मौत हो गई थी, के शव को अस्पताल में भर्ती कर लिया। मृत बच्ची काजल के चाचा सोनू ने बताया कि उसकी भतीजी को कुछ दिन से बुखार था, जिसका उपचार चल...
लुधियाना(सहगल): फोर्टिस अस्पताल में आज लोगों ने उस हंगामा कर दिया, जब उनकी 10 वर्षीय बच्ची, जिसकी अस्पताल लाते हुए रास्ते में मौत हो गई थी, के शव को अस्पताल में भर्ती कर लिया। मृत बच्ची काजल के चाचा सोनू ने बताया कि उसकी भतीजी को कुछ दिन से बुखार था, जिसका उपचार चल रहा था। बच्ची की जांच में प्लेटलैट्स कम होने पर उसे डेंगू बुखार बताकर अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई।
फोर्टिस अस्पताल ले जाते समय रास्ते में बच्ची की मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर उसे एमरजैंसी में भर्ती कर लिया गया। परिजनों के आरोप के अनुसार मृत होने के बावजूद कार्रवाई करने के नाम पर अस्पताल ने शव देने से इंकार कर दिया और पुलिस कार्रवाई करवाने की बात की। सोनू के अनुसार उन्हें थाने जाकर पुलिस से क्लीयरैंस लैटर पर मोहर लगवाकर लाने को कहा गया। पूरा माजरा जान पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ऐसा कोई केस नहीं है इसलिए कोई कार्रवाई नहीं बनती परंतु अस्पताल वाले न माने, जिससे परिजनों का गुस्सा और बढ़ गया। देखते ही देखते उनके मोहल्ले विश्वकर्मा कालोनी के सैंकड़ों लोग अस्पताल के बाहर इकट्ठे होकर नारेबाजी करने लगे और सड़क जामकर धरना देने की तैयारी करने लगे।
इसी बीच सूचना मिलने पर कई थानों की पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई और परिजनों को शांत किया। परिजनों का कहना था कि वे सुबह 9 बजे अस्पताल आए थे परंतु अब 3 बजने के बाद भी उन्हें कार्रवाई के नाम पर लटकाया जा रहा है। माहौल बिगड़ता देखकर अस्पताल द्वारा यह लिखित आश्वासन मांगा गया कि बच्ची के परिजन कोई कार्रवाई नहीं करेंगे, जिस पर विधायक संजय तलवाड़, मोहल्ला प्रधान हरबंस ने उन्हें आश्वासन दिया। तब जाकर बच्ची का शव परिजनों को सौंपा गया।