Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 09:49 AM
पंजाब गवर्नमैंट पैंशनर्ज एसोसिएशन द्वारा अपनी मांगों को लेकर जिलाधीश कार्यालय के बाहर रोष धरना दिया गया। धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष जगदीश चंद्र कालड़ा ने बताया कि पंजाब सरकार पैंशनरों की जायज मांगों के प्रति बेरुखी व टाल-मटोल रवैया अपना रही...
फाजिल्का(लीलाधर, नागपाल): पंजाब गवर्नमैंट पैंशनर्ज एसोसिएशन द्वारा अपनी मांगों को लेकर जिलाधीश कार्यालय के बाहर रोष धरना दिया गया। धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष जगदीश चंद्र कालड़ा ने बताया कि पंजाब सरकार पैंशनरों की जायज मांगों के प्रति बेरुखी व टाल-मटोल रवैया अपना रही है। इस कारण पैंशनरों को धरने देने के लिए विवश होना पड़ रहा है।
चुनाव मैनिफैस्टो में कैप्टन सरकार ने पैंशनरों से वायदा किया था कि सरकार उनकी समस्याएं प्राथमिकता के आधार पर हल करेगी, जिसको लेकर पंजाब सरकार ने 18 अप्रैल 2017 को पत्र जारी कर विश्वास दिलाया था कि सितम्बर 2017 में पैंशनरों के साथ बैठक की जाएगी जोकि अभी तक नहीं हो पाई है। इससे पता चलता है कि सरकार अपने वायदों से पीछे हटने का प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर महासचिव ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि डी.ए. की किस्तें जनवरी व जुलाई 2017 की अभी तक नहीं दी गईं, जबकि पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ यू.टी. के कर्मचारियों को ये किस्तें व डी.ए. के बकाए का भुगतान कर दिया है। उनका डी.ए. 2 साल से बकाया चला आ रहा है जो सरकार जारी नहीं कर रही। धरने के उपरांत समूह पैंशनरों द्वारा काली झंडियां लेकर व काले बिल्ले लगाकर पूरे नगर में रोष मार्च निकाला गया व जिलाधीश ईशा कालिया को ज्ञापन सौंपा गया।