Edited By Updated: 27 Feb, 2017 03:13 PM
गत दिनों सरकारी अस्पताल में तैनात स्टाफ की लापरवाही से प्रसूता महिला की मृत्यु के पश्चात पारिवारिक सदस्यों व विभिन्न संगठनों ने लापरवाह कर्मचारियों के विरूद्व कार्रवाई की मांग को लेकर किया जा रहा संघर्ष दूसरे दिन भी जारी रखा।
अबोहर (रहेजा) : गत दिनों सरकारी अस्पताल में तैनात स्टाफ की लापरवाही से प्रसूता महिला की मृत्यु के पश्चात पारिवारिक सदस्यों व विभिन्न संगठनों ने लापरवाह कर्मचारियों के विरूद्व कार्रवाई की मांग को लेकर किया जा रहा संघर्ष दूसरे दिन भी जारी रखा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा नर्स का तबादला करने की कार्रवाई से असतुंष्ट परिजनों ने पुलिस से नर्स व एस.एम.ओ. के विरुद्ध मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
निश्चित कार्यक्रम के अनुसार अाज संघर्ष कमेटी, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व मृतका के परिवारिक सदस्य नेहरू पार्क में इकट्ठा हुए। वक्ताओं ने लापरवाह कर्मचारियों के विरूद्व स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपनाई जा रही ढुलमुल नीति अपनाने का अारोप लगाते हुए नगर में रोष मार्च निकालते हुए सरकारी अस्पताल में धरना लगा दिया, जहां एस.एम.ओ. लालचंद ठकराल के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी। इस मौके पर थाना नंबर 1 प्रभारी गुरवीर सिंह पुलिस पार्टी सहित अस्पताल में सुरक्षा के तौर पर तैनात रहे।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस मौके पर अस्पताल में उपस्थित सिविल सर्जन सुरेन्द्र कुमार ने धरनाकारियों को आश्वासन दिया कि सारे मामले की रिपोर्ट चंडीगढ़ उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। जांच के पश्चात ही अगली कार्रवाई की जाएगी। समाचार लिखे जाने तक अस्पताल में धरना जारी था।
क्या था मामला
जिक्रयोग है कि 19 फरवरी को मलोट मे विवाहिता रमनदीप कौर पत्नी सुखमंदर सिंह के भाई इंद्रजीत सिंह निवासी गांव दानेवाला सतकोसी ने कथित आरोप लगाया था कि डिलीवरी के लिए अपनी बहन को दानेवाला सतकोसी गांव की आशा वर्कर शीना के सहयोग से अबोहर के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां पर स्टाफ नर्स की लापरवाही से उक्त महिला की मृत्यु हो गई थी। आनन-फानन में स्टाफ नर्स ने मृतका का अंतिम संस्कार भी करवा दिया।