Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 04:02 PM
देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद पंजाब की देसी गऊओं के दूध के शौकीन हैं। श्री कोविन्द के इसी शौक कारण नवांशहर से पांच साहीवाल गऊएं राष्ट्रपति को भेजी जा चुकी हैं।
चंडीगढ़ः देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद पंजाब की देसी गऊओं के दूध के शौकीन हैं। श्री कोविन्द के इसी शौक कारण नवांशहर से पांच साहीवाल गऊएं राष्ट्रपति को भेजी जा चुकी हैं।
जानकारी अनुसार पिछले साल 6 सितम्बर को सूबे के गाय रक्षकों का वफद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ मुलाकात करने गया जिसका नेतृत्व गाय सेवा कमीशन के राष्ट्रीय प्रधान स्वामी कृष्णानंद महाराज ने किया, जो नवांशहर हलके के चन्दपुर रुड़की में बड़ी गौशाला चला रहे हैं। इस वफद में पंजाब गाय सेवा कमीशन के पूर्व चेयरमैन कीमती भक्त और मौजूदा उप चेयरमैन दुरगेश शर्मा भी थे। कीमती भक्त ने बताया, ‘‘कोविन्द जी देसी गाएं के दूध के शौकीन हैं, खासकर साहीवाल गाओं के। जब कोविन्द जी बिहार के राज्यपाल बने थे, उस समय भी पटना स्थित राज भवन में तीन साहिवाल गाएं भेजी गई थीं।’’
उन्होंने बताया कि श्री कोविन्द चन्दपुर रुड़की कई बार आए हैं। श्री भगत ने बताया कि राष्ट्रपति के साथ मुलाकात दौरान वफद ने उन्हें गऊओं की रक्षा के लिए सहयोग देने की अपील की और राष्ट्रपति की इच्छा अनुसार उन्हें दो ओर साहिवाल गऊएं भेजी हैं, जिन्हें राष्ट्रपति भवन के आंगन में उचित जगह पर रखा गया है।
दिलचस्प बात यह है कि राष्ट्रपति का साहीवाल गऊओं का शौक काफी पुराना है। बिहार के राज्यपाल बनने से पहले साल 2015 में श्री कोविन्द ने मलोट, बरनाला, नूरमहल आदि की गौशालाएं में पांच दिन बिताए थे और दो दिन स्वामी कृष्णानंद महाराज की चन्दपुर रुड़की गौशाला में रुके थे।
बताने योग्य है कि साहिवाल गाय देश भर में से पंजाब में ही मिलती है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी साहीवाल गाओं के शौकीन हैं। दो साल पहले उन्होंने मिलकफैड को वेरका द्वारा साहीवाल गऊओं का दूध बेचने के लिए कहा था।