Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 10:37 AM
सिविल अस्पताल रूपनगर के डाक्टरों की लापरवाही के कारण डिलीवरी के उपरांत खून बहने के कारण एक 27 वर्षीय महिला को जिंदगी से हाथ धोना पड़ा, जिस पर गुस्साए परिजनों व लोगों ने चंडीगढ़-रूपनगर हाईवे को लगभग डेढ़ घंटा जाम रखा।
रूपनगर (विजय): सिविल अस्पताल रूपनगर के डाक्टरों की लापरवाही के कारण डिलीवरी के उपरांत खून बहने के कारण एक 27 वर्षीय महिला को जिंदगी से हाथ धोना पड़ा, जिस पर गुस्साए परिजनों व लोगों ने चंडीगढ़-रूपनगर हाईवे को लगभग डेढ़ घंटा जाम रखा।
इन तीन गलतियों के कारण नवविवाहिता की जान गई
1. पहली गलती- डिलीवरी करवाने वाले ने गलत नस काट दी,डिलिवरी के समय बच्चा बाहर नहीं निकलने से कैंची से बच्चा खींचा, जिससे गलत नस कट गई।
2. दूसरी गलती- चाय लेने गया ब्लड बैंक स्टॉफ आधा घंटे तक नहीं लौटा। मृतका के पति चरणजीत सिंह ने कहा कि इस दौरान जब उसके पिता ब्लड बैंक में खून लेने पहुंचे तो वहां कोई भी मौजूद नहीं था।
3. तीसरी गलती- - सिविल सर्जन डाॅ. हरिंदर कौर ने कहा कि नार्मल डिलीवरी स्टॉफ द्वारा ही की जाती है। मौके पर डॉक्टर न पहुंचने की बात पर सिविल सर्जन का कहना था कि वह इसकी जांच करवाएगी। कमलजीत की मौत डिलीवरी बाद पोस्ट-पार्टम हेमरेज (पीपीएच) कारण हुई है। इस संबंध में उस समय ड्यूटी पर तैनात स्टॉफ को बदल दिया गया है।
एस.डी.एम. ने दिया जिला कार्रवाई का आश्वासन
जानकारी के अनुसार आज कमलजीत कौर पत्नी चरणजीत सिंह निवासी झल्लियां खुर्द की सिविल अस्पताल में डिलीवरी हुई, जिसने एक बच्ची को जन्म दिया लेकिन उसकी ब्लीङ्क्षडग बंद नहीं हुई। शिकायत करने पर पैरा-मैडीकल स्टाफ ने महिला को पी.जी.आई. चंडीगढ़ के लिए रैफर कर दिया, जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई। इसके उपरांत परिजनों तथा लोगों ने डाक्टरों के खिलाफ सिविल अस्पताल के सामने धरना लगा दिया और उसके पश्चात चंडीगढ़-रूपनगर हाईवे को पुलिस लाइन के सामने लगभग डेढ़ घंटा जाम कर दिया। इस दौरान स्थानीय विधायक अमरजीत सिंह संदोआ भी हाजिर थे। मौके पर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा आए व उन्होंने आम लोगों की समस्या को देखते हुए जाम खुलवा दिया लेकिन वे अपनी मांगों पर डटे रहे, जिसके उपरांत एस.डी.एम. रूपनगर उदयदीप सिंह सिद्धू ने जिला प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया कि आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल के कर्मचारियों ने नहीं दिया ध्यान
मृतका के पति चरणजीत सिंह ने बताया कि वह रविवार को अपनी पत्नी कमलजीत कौर को डिलीवरी के लिए यहां लेकर आए थे और साधारण डिलीवरी के दौरान उसने बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया लेकिन इस दौरान उसका रक्त बहना बंद नहीं हुआ। इस बारे में उसकी बहन ने अस्पताल कर्मचारियों को सूचित किया लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया, जिसके बाद उसकी पत्नी की हालत बिगड़ती चली गई। मौके पर कोई गायनी डाक्टर मौजूद नहीं था, जिस कारण लापरवाही हुई और उसकी पत्नी की जान चली गई। आरोपियों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की जाए, अन्यथा वे आंदोलन जारी रखेंगे।
कमेटी गठित, 5 दिन में देगी रिपोर्ट : सिविल सर्जन
सिविल अस्पताल रूपनगर में मैटर्नल डैथ के संबंध में सिविल सर्जन डा. हरेन्द्र कौर ने बताया कि कमलजीत कौर की मौत प्रसव के उपरांत पोस्ट पार्टम हैमरेज (पी.पी.एच.) के कारण हुई है। उस समय ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को बदल दिया गया है। मृतक का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल के डाक्टरों की टीम डा. हरकीरत सिंह फॉरैंसिक एक्सपर्ट, डा. लवलीन कौर सर्जन तथा डा. चरणजीव कौर गायनाकोलॉजिस्ट द्वारा किया गया है व जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है, जिसमें डा. हरबंस सिंह जिला परिवार कल्याण अधिकारी, डा. भारती रत्न सीनियर मैडीकल अधिकारी तथा डा. सुनैना गायनोकोलॉजिस्ट सिविल अस्पताल श्री आनंदपुर साहिब शामिल हैं। 5 दिन में रिपोर्ट पेश की जाएगी तथा जांच के दौरान यदि कोई भी अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बिसरा रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई : एस.एच.ओ.
एस.एच.ओ. सिटी राजपाल सिंह गिल ने बताया कि इस संबंध में शिकायत दर्ज कर ली गई है। पोस्टमार्टम के बाद मृतका का बिसरा टैस्ट के लिए भेजा जाएगा जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।