Edited By Updated: 09 Dec, 2016 03:23 PM
बस्सी पठाना के एक परिवार ने स्थानीय सिविल अस्पताल में तैनात एक डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उस पर कार्रवाई
बस्सी पठाना(राजकमल) : बस्सी पठाना के एक परिवार ने स्थानीय सिविल अस्पताल में तैनात एक डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उस पर कार्रवाई किए जाने के लिए हैल्थ एंड फैमिली वैल्फेयर पंजाब से शिकायत की है। इस संबंधी जानकारी देते हुए बस्सी पठाना के पीपल वाला चौक निवासी सन्नी कुमार, उसकी पत्नी विशाली व माता मलिका रानी ने बताया कि उनके द्वारा विशाली के डिलीवरी केस के लिए सिविल अस्पताल में जांच करवाई जा रही थी और विशाली का डिलीवरी संबंधी कार्ड भी अस्पताल से बनवा लिया गया था और वे समय-समय पर विशाली की डाक्टर से जांच करवाते रहते थे। डाक्टर द्वारा उन्हें 14 अक्तूबर का दिन डिलीवरी के लिए दिया गया था। इस पर वे उसे 14 अक्तूबर को डिलीवरी के लिए अस्पताल में लाए तो डाक्टर द्वारा विशाली को दाखिल कर लिया गया।
परिजनों का आरोप
उक्त परिजनों ने आरोप लगाया कि विशाली सारा दिन पीड़ा से तड़पती रही परंतु डाक्टर द्वारा उसे देखा नहीं गया जबकि वह अस्पताल में मौजूद स्टाफ के सहारे विशाली को छोड़ कर अपने घर चली गई। उन्होंने बताया कि रात्रि 12 बजे के लगभग विशाली की बिगड़ती हालत देख उनके द्वारा बार-बार फोन करने पर भी डाक्टर न तो अस्पताल आई और न ही फोन उठाया। एमरजैंसी में मौजूद डा. बाजवा ने रात्रि लगभग 3.30 बजे कहा कि उनका केस सीरियस है और इस डिलीवरी केस के लिए यहां कोई भी गायनी डाक्टर नहीं है इसलिए विशाली को रैफर करने में ही बेहतरी है। पीड़ितों ने बताया कि उनके द्वारा डर के मारे एक प्राइवेट अस्पताल में हजारों रुपए खर्च कर मात्र एक डाक्टर की लापरवाही के कारण डिलीवरी केस करवाया गया इसलिए लापरवाही करने वाले डाक्टर पर उचित कार्रवाई की जाए।
विशाली के परिजन जिम्मेदार : डा. निर्मल
डा. निर्मल कौर ने बताया कि उन पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं क्योंकि वह गत लंबे समय से इस शहर में सैंकड़ों डिलीवरी केस कर चुकी हैं व आज तक कोई शिकायत नहीं आई। डिलीवरी केस दौरान होने वाली पीड़ा विशाली सहन नहीं कर सकी और मौके पर मौजूद डाक्टर द्वारा उनको फतेहगढ़ साहिब सिविल अस्पताल में भेजा गया था परंतु उनके द्वारा अपनी मर्जी से किसी प्राइवेट अस्पताल में डिलीवरी करवाई गई है जिसके लिए वे खुद जिम्मेदार हैं।
शिकायत की हो रही जांच : एस.एम.ओ.
एस.एम.ओ. डा. गुरमहिन्द्र सिंह ने बताया कि आज ही उनको शिकायत मिली है, वह जांच कर रहे हैं परंतु डा. निर्मल एक काबिल डाक्टर हैं और वह ऐसी लापरवाही कभी नहीं कर सकतीं। इस अस्पताल में कोई भी गायनी की पोस्ट नहीं है यही कारण है कि
रात्रि को डाक्टर द्वारा रैफर कर दिया होगा।