Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 May, 2017 10:42 AM
प्रीतनूर कौर और वंशिका ने पहली एकदिवसीय ओपन शूटिंग चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में पिस्टल और राइफल कैटेगरी में जीत हासिल कर चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस का खिताब अपने नाम किया है।
जालंधर(भारती): प्रीतनूर कौर और वंशिका ने पहली एकदिवसीय ओपन शूटिंग चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में पिस्टल और राइफल कैटेगरी में जीत हासिल कर चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस का खिताब अपने नाम किया है। यह चैम्पियनशिप सोमवार को पंजाब केसरी समूह की ओर से माडल टाऊन स्थित कर्नल शार्प शूटर अकादमी के साथ मिलकर करवाई गई। इस चैम्पियनशिप में इंडियन शूटिंग टीम के प्लेयर सहित पंजाब भर से करीब 100 शूटर्स ने भाग लिया। इस दौरान पंजाब केसरी के निदेशक अभिजय चोपड़ा, माडल टाऊन मार्कीट एसोसिएशन के प्रधान रोहन सिन्हा विशेषातिथि के तौर पर शामिल हुए और विजेताओं को मैडल दिए। इस चैम्पियनशिप में पहली बार सुपर-20 फार्मेट में गेम खेली गई थी और फाइनल राऊंड में चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस रहने वाले खिलाड़ी को कैश प्राइज भी दिया गया।
आई.पी.एस. ऑफिसर बनाना चाहती है वंशिका
चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस (राइफल) कम्पीटिशन जीतने वाली वंशिका खन्ना की रहने वाली है और वह बड़ी होकर आई.पी.एस. ऑफिसर बनना चाहती है। वंशिका ने 4 साल पहले स्कूल में स्पोर्ट्स के तौर पर शूटिंग शुरू की थी। 12वीं क्लास में पढऩे वाली वंशिका नैशनल लैवल पर गोल्ड मैडल हासिल कर चुकी है।
डाक्टर बनना चाहती है प्रीतनूर कौर
चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस (पिस्टल) की विजेता प्रीतनूर कौर ने स्कूल में शूटिंग सीखना शुरूकिया था। वह पिछले 3 सालों से खेल रही है। प्रीत सिर्फ शौक के लिए खेलती है, लेकिन स्टेट और नैशनल लैवल पर कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर कई प्राइज जीत चुकी है। वह आगे चलकर भविष्य में डाक्टर बनना चाहती है।
इस मौके पर पंजाब केसरी ग्रुप के निदेशक अभिजय चोपड़ा ने कहा कि मुझे खुशी है कि जालंधर में भी नैशनल लैवल के शूटिंग प्लेयर हैं। मैं उन सभी माता-पिता को धन्यवाद देता हूं जो अपने बच्चों के लिए समय निकाल कर उन्हें इतने अच्छे इवैंट में लेकर आए और खेलने के लिए प्रोत्साहित किया।
अभिजय चोपड़ा (निदेशक, पंजाब केसरी ग्रुप )
ओलिम्पिक में भारत को गोल्ड मैडल दिलाना चाहती है तरुणप्रीत
तरुणप्रीत 4 सालों से खेल रही है। इंडियन शूटिंग टीम (जूनियर) की सदस्य तरुणप्रीत ने अपने दोस्तों को देखकर शूटिंग सीखना शुरू किया था, लेकिन जब धीरे-धीरे उसको यह गेम अच्छी लगने लगी तो उसने इसमें ही अपना करियर बनाने की ठान ली। कई स्टेट और नैशनल प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी तरुणप्रीत का मकसद ओलिम्पिक में अपने देश के लिए गोल्ड मैडल हासिल करना है।
अर्शदीप को बचपन से था शूटिंग का शौक
इंडियन शूटिंग टीम (जूनियर) के सदस्य अर्शदीप को बचपन से ही शूटिंग का शौक था, लेकिन महंगा खेल होने के कारण घर वालों ने अर्शदीप को किसी और गेम को अपनाने के लिए कहा, लेकिन उसकी किसी दूसरी गेम में रुचि ही नहीं बनी। आखिरकार घर वालों ने उसे इस गेम को जारी रखने की इजाजत दे दी। अर्शदीप बड़े होकर आर्मी में जाना चाहता है।