Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 12:03 AM
बेशक पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के हुक्मों का पंजाबियों पर कोई ज्यादा प्रभाव नहीं हुआ और देर रात तक पटाखे चलते रहे परंतु इसके बावजूद पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (पी.पी.सी.बी.) ने दावा किया है कि इस दीवाली पर 48 प्रतिशत प्रदूषण घटा है। बोर्ड के...
पटियाला/रखड़ा(राजेश, बलजिन्द्र, राणा) : बेशक पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के हुक्मों का पंजाबियों पर कोई ज्यादा प्रभाव नहीं हुआ और देर रात तक पटाखे चलते रहे परंतु इसके बावजूद पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (पी.पी.सी.बी.) ने दावा किया है कि इस दीवाली पर 48 प्रतिशत प्रदूषण घटा है। बोर्ड के प्रवक्ता का कहना है कि पंजाब सरकार और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा दीवाली वाले दिन दिखाई गई मुस्तैदी के कारण इस वर्ष पंजाबियों ने ग्रीन दीवाली मनाने को प्राथमिकता दी।
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा किए गए निरीक्षण से यह बात उभर कर सामने आई कि दीवाली से एक दिन पहले की वायु प्रदूषण दीवाली वाले दिन सिर्फ 24 प्रतिशत वृद्धि रिकार्ड की गई जबकि पिछले वर्ष यह वृद्धि 70 प्रतिशत थी। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा जारी एयर क्वालिटी इंडैक्स के अनुसार 2016 में यह इंडैक्स दीवाली से पहले 130 और दीवाली वाले दिन 228 रिकार्ड किया गया था जोकि 70 प्रतिशत ज्यादा था। जबकि इस वर्ष दीवाली वाले दिन एयर क्वालिटी इंडैक्स 328 और दीवाली से पहले 265 रिकार्ड किया गया था जोकि सिर्फ 24 प्रतिशत है।