Edited By Updated: 28 Oct, 2016 09:44 AM
इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे कि आजादी के करीब 70 साल गुजर जाने के बाद भी हिमाचल प्रदेश की सीमा के साथ लगते पंजाब के अंतिम गांव मलोट तक सड़क व पानी तो दूर की बात बिजली तक नहीं पहुंच पाई थी।
होशियारपुर : इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे कि आजादी के करीब 70 साल गुजर जाने के बाद भी हिमाचल प्रदेश की सीमा के साथ लगते पंजाब के अंतिम गांव मलोट तक सड़क व पानी तो दूर की बात बिजली तक नहीं पहुंच पाई थी।
पंजाब सरकार की तरफ से बार-बर राज्य में बिजली सरप्लस के दावे किए जा रहे थे लेकिन होशियारपुर के मलोट गांव के निवासियों के लिए तो यह ऐसी नियामत थी जिसे उन तक पहुंचने में गांव की तीन पीढिय़ों को इंतजार करना पड़ा।
वीरवार दोपहर बाद पावरकॉम की तरफ से एक नहीं बल्कि 2-2 ट्रांसफार्मर गांव में लगने के बाद पहली बार जब गांव के लोगों ने बिजली की रोशनियां अपने घरों में टिमटिमाती देखी तो उनकी आंखों की चमक किसी बिजली के बल्ब से भी ज्यादा थी।