Edited By Updated: 24 Feb, 2017 12:26 PM
पंजाब पॉवर कार्पोरेशन पहली बार अकालियों के प्रभाव से बाहर आता हुआ दिखाई दे रहा है
जालंधर (धवन): पंजाब पॉवर कार्पोरेशन पहली बार अकालियों के प्रभाव से बाहर आता हुआ दिखाई दे रहा है अन्यथा पिछले 10 वर्षों तक राज्यों में शिअद-भाजपा सरकार होने के कारण पॉवर कार्पोरेशन ने अकाली नेताओं के हितैषियों के प्रति आंखें मूंदी हुई थी। पॉवर कार्पोरेशन ने अब डिफाल्टर लोगों व संस्थाओं से बिजली बिलों की वसूली के लिए युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ दिया है। मालवा में मुक्तसर के हलका इंचार्ज से पुराने बकाया की वसूली करने के बाद पॉवर कार्पोरेशन के अधिकारियों ने अब बादल गांव में स्पोर्ट्स स्टेडियम की पॉवर सप्लाई बंद कर दी है। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बादल गांव में इसी स्टेडियम में कबड्डी कप मैचों का आयोजन किया गया था।
यह स्टेडियम बादलों के निवास के निकट ही स्थित है। बताया जाता है कि पिछले 6 महीने का लगभग 3 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया पड़ा हुआ है। स्टेडियम के अधिकारियों ने 1 लाख रुपए का भुगतान किया है। इसी तरह से पॉवर कार्पोरेशन ने मालवा क्षेत्र में मलोट में 35000 डिफाल्टरों से 32 करोड़, मुक्तसर में 28000 डिफाल्टरों से 24 करोड़, बादल गांव में 15000 डिफाल्टरों से 17 करोड़, गिद्दड़बाहा में 15000 डिफाल्टरों से 9 करोड़ की राशि वसूली है। अकाली सरकार के चलते बिजली अधिकारी डिफाल्टरों पर हाथ डालने से डरते थे। इसी तरह से सरकारी विभागों से भी पुराने बकाया की वसूली शुरू कर दी गई है। 31 मार्च तक बकाया अदा करने के लिए सरकारी विभागों को भी नोटिस भेज दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री के विधानसभा हलका लंबी में पिछले कुछ दिनों में 100 कनैक्शन काट दिए गए हैं। इन लोगों ने बिलों का भुगतान नहीं किया था। इसी तरह अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से उसने 500 करोड़ रुपए की बकाया राशि वसूल करनी है, जिनमें राज्य की जेलें भी शामिल हैं।