Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Oct, 2017 01:21 PM
बिजली निगम में काम करते मुलाजिमों की जत्थेबंदी टैक्निकल सर्विस यूनियन के प्रांतीय चुनाव में रिटायर्ड फोरम की भारी हार के साथ बिजली मुलाजिमों में खुशी की लहर पाई गई है। बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब के प्रांतीय कन्वीनर हरभजन सिंह पिलखनी, महासचिव...
पटियाला(जोसन): बिजली निगम में काम करते मुलाजिमों की जत्थेबंदी टैक्निकल सर्विस यूनियन के प्रांतीय चुनाव में रिटायर्ड फोरम की भारी हार के साथ बिजली मुलाजिमों में खुशी की लहर पाई गई है। बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब के प्रांतीय कन्वीनर हरभजन सिंह पिलखनी, महासचिव गुरवेल सिंह बल्लपुरिया और मंच के वक्ता मनजीत सिंह चाहल ने कहा कि टी.ए.यू. बिजली मुलाजिमों की संघर्षशील जत्थेबंदी है।
पिछले समय से रिटायर्ड फोरम के कुछ नेताओं ने इस जत्थेबंदी पर कब्जे कर लिया था जो मैनेजमैंट के साथ मिल कर बिजली मुलाजिमों की मांगों को तिलांजलि दे चुके थे परंतु जत्थेबंदी के संघर्षशील नेताओं और वर्करों ने 22 अक्तूबर को जनरल इजलास में जत्थेबंदी को अगवाकारों के चंगुल से आजाद करा लिया है। बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब के नेताओं ने बिजली मुलाजिमों की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उन्होंने टी.एस.यू. की नई प्रांतीय लीडरशिप को मुबारकबाद देते हुए कहा कि पिछले समय से मंच इस बात का प्रचार-प्रसार करता रहा है कि पिछले 10 और 15 सालों से रिटायर्ड लोग बिजली मुलाजिमों को गुमराह करने के अलावा कुछ भी नहीं कर रहे। उन्होंने अलग-अलग जत्थेबंदियों में काम करते 5 वर्षों से अधिक समय रिटायर्ड हो चुके लोगों से इस्तीफा देने की मांग की।
उन्होंने टी.एस.यू. की लीडरशिप से अपील की कि वह बिजली मुलाजिमों की मानी मांगें लागू करवाने और बिजली मुलाजिमों को पे बैंड जैसी सुविधा दिलाने के लिए बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब में शामिल हों। उन्होंने कहा कि बिजली मुलाजिम एकता मंच ही पंजाब के मुलाजिमों की मांगें मनवाने वाला सही प्लेटफार्म है। इसी दौरान बिजली एकता मंच पंजाब ने पंजाब सरकार की तरफ से बीस बच्चों से कम वाले प्राथमिक स्कूलों को बंद करने के फैसले को नादिरशाही फैसला करार देते हुए इस फैसले को वापस लेने की अपील की।