Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 10:38 AM
पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन द्वारा पिछले समय में बिजली चोरी को रोकने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए गए हैं, लेकिन जब से नई सरकार बनी है तब से बिजली चोरी पकडने का अभियान ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। बिजली चोरी करने वाले पावरकॉम से भी आगे हैं व सरेआम...
अमृतसर (रमन): पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन द्वारा पिछले समय में बिजली चोरी को रोकने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए गए हैं, लेकिन जब से नई सरकार बनी है तब से बिजली चोरी पकडने का अभियान ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। बिजली चोरी करने वाले पावरकॉम से भी आगे हैं व सरेआम बिजली चोरी कर रहे हैं।
अधिकतर नेता लोग बिजली चोरी कर रहे हैं। इससे पावरकॉम को हर रोज लाखों का चूना लग रहा है। पावरकॉम की कुछेक काली भेड़ों के कारण भी बिजली चोरी हो रही है। आए दिन बिजली चोरी करवाने वाले लोग बिजली चोरी करवाने के लिए हथकंडे अपना रहे हैं। पाव कॉम का घरों से मीटर बाहर निकालने वाली कम्पनी भी भाग गई है। यह विभाग का बिजली चोरी रोकने का पायलट प्रोजैक्ट था।
अधिकारियों का भी जोर रहता था कि सभी मीटर घरों से बाहर पिल्लर बॉक्स में लगाए जाएं लेकिन यह भी बंद हो गया है। पावरकॉम के अधिकारियों के मुताबिक अब मार्कीट में बिजली चोरी करवाने वाला गिरोह कम्प्यूटर से बिजली के मीटर को हैक कर रहा है जिससे पावर कॉम के अधिकारी भी दुखी हैं।
पावरकॉम की एक टीम इस गिरोह के पीछे लगी हुई है। कई लोगों ने घरों के बिजली के कनैक्शन एक किलोवाट के पास करवाए हैं, लेकिन उनके घर का लोड 5 किलोवाट है जिससे पावर कॉम के ट्रांसफार्मरों की आए दिन खटिया खड़ी हो रही है। हर रोज शहरी व देहाती इलाकों में कई ट्रांसफार्मरों खराब हो रहे हैं। इलाकों में दिन-प्रतिदिन आबादी तो बढ़ रही है, लेकिन ट्रांसफार्मरों की हालत उसी तरह है।पावर कॉम के पास रिकार्ड में तो लोड कम है लेकिन ट्रांसफार्मरों मे ज्यादा लोड आ रहा है जिससे आए दिन ट्रांसफार्मर खराब हो रहे हैं।
रिमोट, स्ट्रीट लाइट व रजिस्टैंस से हो रही है धड़ल्ले से बिजली चोरी
पावरकॉम अगर बिजली चोरी को रोकने के प्रयास कर रहा है तो चोरी करने के भी कई नए केस सामने आ रहे हैं। देखने में आया कि सील तोड़ कर कई लोगों ने मीटर के अन्दर सर्किट और रजिस्टैंस फिट किए हुए हैं। उक्त सर्किट रिमोट से चलते हैं। बिजली चोरी करने वाले मीटर की स्पीड को कम कर देते हैं। रजिस्टैंस से सिंगल फेस मीटर में 25 प्रतिशत मीटर कम गति से चलता है जोकि आम तौर पर किसी को दिखाई भी नहीं देता।
अधिकारी बताते हैं कि पावरकॉम द्वारा चैकिंग करने पर उक्त केस सामने आ जाते हैं और उपभोक्ता को भारी जुर्माना देना पड़ता है। पिल्लर बाक्स में मीटर लगने के बाद शहर में अधिकतर लोग स्ट्रीट लाइट की तारों में कुंडी डालकर बिजली चोरी कर रहे हैं। गली-मौहल्लों में लगी स्ट्रीट लाइट से रोजाना लोग बिजली चोरी कर रहे हैं। जब कभी वे पकड़े जाते हैं तो आगे-पीछे का सारा जुर्माना लग जाता है।
बिना मीटर जलती है लाइट
शहर के कई स्लम इलाकों में लोगों के घरों मे बिजली मीटर नहीं लगे हुए हैं। उसका पता खुद विभाग को भी है, लेकिन पावर कॉम के निचले स्तर पर मिले हुए कर्मचारियों के कारण ही बिजली चोरी होती है। लोग फ्रिज, हीटर, ए.सी. तक घरों में चलाते है जिससे पावर कॉम को लाखों का घाटा भी पड़ रहा है।
दो कदम आगे बिजली चोर
पावरकॉम बिजली चोरी रोकने के लिए अनेक प्रयास कर रहा है लेकिन बिजली चोरी के नए-नए उपकरणों से पावर कॉम के अधिकारी परेशान हैं। आए दिन बिजली चोर नए-नए उपकरणों से लोगों से पैसे लेकर बिजली की चोरी करवा रहे हैं। पावरकॉम की ही कुछेक काली भेड़ें खुद भी बिजली चोरी कर रही हैं। कुछ समय पहले कई बिजली कर्मचारी बिजली चोरी करते पकड़े गये हैं और उनको जुर्माना भी लगा है। विभाग के कुछ अधिकारी बिजली चोरी करने के भेद उन्हें बता रहे हैं।