Edited By Updated: 27 Mar, 2017 01:35 PM
बिजली बिलों की समय पर अदायगी न करने वाले डिफाल्टरों पर पावर कॉम ने तीखी नजर रखी हुई है। हर रोज ही सुबह आफिस खुलते ही विभाग
लुधियाना(सलूजा): बिजली बिलों की समय पर अदायगी न करने वाले डिफाल्टरों पर पावर कॉम ने तीखी नजर रखी हुई है। हर रोज ही सुबह आफिस खुलते ही विभाग के उच्च अधिकारी समीक्षा करने के उद्देश्य के तहत सबसे पहले एस.डी.ओ. व जे.ई. से एक ही बात पूछते हैं कि कितने डिफाल्टरों ने बकाया बिजली बिलों का भुगतान किया व कितने डिफाल्टरों के बिजली कनैक्शन काट कर बिजली मीटर उतार लिए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार पावर कॉम अधिकारियों के आदेशों पर 5 हजार से नीचे, 10 हजार, 20 व 50 हजार रुपए के ऊपर के बिजली बिलों के बकाया संबंधी लिस्टें बनी हुई हैं जिसके मुताबिक डिफाल्टरों के खिलाफ बनती विभागीय कार्रवाई को हर रोज ही अमल में लाया जा रहा है। बता दें कि इस मुहिम के तहत इंडस्ट्री से संबंधित भी कई कनैक्शनों पर बिजली विभाग का प्लॉस चल चुका है।
डिफाल्टरों के खिलाफ एक वर्ष में 2 बार मुहिम
पावर कॉम के अधिकारियों ने बताया कि डिफाल्टरों के खिलाफ एक वर्ष में 2 बार मुहिम छेड़ी जाती है। इसका मकसद केवल इतना ही होता है कि बकाया बिजली बिलों को वसूल कर विभाग के खजाने में जमा करवाया जा सके।
ज्यादातर डिफाल्टर कनैक्शन कटने के बाद नींद से जागे
माडल टाऊन, अग्र नगर, हैबोवाल, जवाहर नगर, फोकल प्वाइंट, सुंदर नगर, दुगरी, चंद्र नगर, बी.आर.एस. नगर, माडल टाऊन आदि समेत इलाकों में पावर कॉम की तरफ से बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिए लगातार चलाई जा रही मुहिम के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। पावर कॉम अधिकारी ने दबी जुबान में बताया कि ज्यादातर डिफाल्टर तो बिजली कनैक्शन कटने के बाद ही नींद से जागे व उन्होंने अपना पैडिंग बिजली का बिल जमा करवाने में ही समझदारी समझी।
सैंकड़ों की संख्या में बिजली मीटर उतारे
पावर कॉम की तरफ से डिफाल्टरों पर शिकंजा कसा जा रहा है, जो भी उपभोक्ता बिजली बिल के भुगतान के मामले में आनाकानी करता है तो विभाग के मुलाजिम अपने वरिष्ठ अधिकारियों के नोटिस में लाकर बिना किसी देरी के बिजली मीटर उतार कर ऑफिस में जमा करवाते आ रहे हैं। जब तक सारे बकाया बिल का भुगतान नहीं हो जाता, तब तक न तो उतारा मीटर लगाया जा रहा है और न ही बिजली कनैक्शन को बहाल किया जा रहा है। इसके तहत अब तक सैंकड़ों मीटर उतारे जा चुके हैं।
सिफारिशों का दौर जारी
बकाया बिल का भुगतान न करने वाले उपभोक्ताओं द्वारा अपना बिजली कनैक्शन कटने से बचाने की खातिर बड़े से बड़े अधिकारियों व राजनीतिक नेताओं की सिफारिशें डलवाने का दौर इस समय पावर कॉम आफिसों में देखा जा सकता है। कई उपभोक्ता तो अपने बकाया बिजली बिलों की 2-3 किस्तें करवाने के लिए भी पावर कॉम अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं जबकि अधिकारी उपभोक्ताओं को किश्तों की जगह कैश में ही बकाया बिल का पूरा भुगतान करने की सलाह देते नजर आते हैं।
पहले बिल का करो भुगतान, तब जुड़ेगा कनैक्शन
पावर कॉम अधिकारी तो अब डिफाल्टर उपभोक्ताओं के बिलों की किस्तें करने से भी परहेज ही करने लगे हैं। अब तो यह अधिकारी एक ही जवाब देते हैं कि उन पर ऊपर से बहुत प्रैशर है, आप पहले बिजली बिल का भुगतान या तो नकद या बैंक ड्राफ्ट से कर दें, तब ही आपका बिजली कनैक्शन जुड़ पाएगा। बता दें कि बिजली विभाग डिफाल्टरों से बकाया बिजली बिलों की वसूली चैक के रूप में स्वीकार नहीं कर रहा क्योंकि विभाग को यह शंका है कि कहीं चैक बाऊंस न हो जाए।
वसूली करने के मामले में नहीं दिखाई नर्मी
मिली जानकारी के अनुसार अब तक की बिजली विभाग की विशेष मुहिम के तहत डिफाल्टरों से करोड़ों रुपए के बकाया बिजली बिलों की वसूली हो गई है। इस बार तो पावर कॉम ने सरकारी विभागों से भी करोड़ों रुपए के बिजली बिलों की वसूली करने के मामले में नर्मी नहीं दिखाई बल्कि सख्त एक्शन लेते हुए केन्द्रीय जेल, पब्लिक हैल्थ से संबंधित वाटर वक्र्स के कनैक्शन, सब-रजिस्ट्रार ऑफिस समेत सरकारी विभागों के बिजली कनैक्शन काट कर बत्ती गुल कर दीं। इन डिफाल्टर सरकारी विभागों ने भी अपनी बिल पेमैंट को क्लीयर कर अपनी बिजली सप्लाई को बचाने हेतु प्रयास करने शुरू कर दिए हैं।