Edited By Updated: 20 Feb, 2017 09:22 AM
सब्जी मंडियों में इन दिनों मौसम अनुकूल होते ही सब्जियां भाव खा रही हैं, लेकिन सब्जियों का राजा आलू फिर बेभाव है।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): सब्जी मंडियों में इन दिनों मौसम अनुकूल होते ही सब्जियां भाव खा रही हैं, लेकिन सब्जियों का राजा आलू फिर बेभाव है। यह हाल देख होशियारपुर के आलू उत्पादक किसान परेशान हैं। होली से पहले आलू की खुदाई करने वालों के कदम सब्जी मंडी में आलू के भाव देख ठिठक गए हैं। मंडियों में मौजूदा हालात में 200 रुपए बोरी का भाव है, जबकि लागत 400 रुपए के करीब। हैरानी वाली बात है कि नोटबंदी के करीब 4 माह गुजर जाने के बाद भी मंडियों में बाहरी राज्यों के व्यापारी नहीं पहुंच रहे हैं जिसका सीधा-सीधा नुक्सान आलू उत्पादक किसान को इस समय हो रहा है। ऐसे में अन्नदाता की समझ में नहीं आ रहा है अपनी खेत से आलू खोदें या नहीं? पंजाब के दोआबा में पड़ते होशियारपुर जिले में इस बार भी आलू की बम्पर पैदावार हुई है। आलू की बम्पर पैदावार का नतीजा है कि आलू को मंडी में भाव नहीं मिल रहा है तो बाहर की मंडियों में भी सन्नाटा है। कई खेतों में आलू 90 दिन से ऊपर का हो गया है, लेकिन किसान इसे खोदने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। आलू खोदने के लिए जिन्होंने पूरी तैयारी कर ली थी, मंडी से लौटकर उन्होंने भी अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। बाजार के मौजूदा भाव से किसानों को लागत निकलती नहीं दिख रही है। अगर आलू को बाजार में भाव नहीं मिला तो इस बार फिर आलू सड़क पर फैंकने के हालात बनेंगे। बीते बरस घाटा सह चुके किसान अब घाटा सहने की स्थिति में नहीं हैं।
क्या कहते हैं आलू के व्यापारी
सब्जी मंडी में आलू व्यापारियों का कहना है कि अभी तक बाहरी राज्यों के व्यापारी आलू खरीदने नहीं पहुंचे हैं, इसका कारण नोटबंदी ही है। बड़े व्यापारियों के पास जितना पैसा था वह बैंकों में पहुंच चुका है, लेकिन बैंकों से पूरी गिनती में नकदी नहीं निकल रही, जिससे कारोबार पूरी तरह प्रभावित हो रहा है।
कोल्ड स्टोर भी नहीं दे रहे हैं भाव
आलू उत्पादक किसानों की मानें तो पिछले वर्ष आलू की स्थिति को देखते हुए इस बार कोल्ड स्टोर भी ज्यादा भाव नहीं दे रहे हैं। पहले आलू किसानों को बुलाकर रुपए बांटने वाले अभी बाजार की स्थिति देख रहे हैं वहीं कोल्ड स्टोर में आलू को रखने के लिए प्रति बोरी रेट 100 रुपए कर दिया है। किसानों के अनुसार एक बोरे पर लागत 350 से 400 रुपए बैठती है। ऐसे में इससे कम कीमत पर आलू बेचने की हिम्मत कहां से लाएं। पहले हुए नुक्सान की भरपाई अभी तक नहीं हो पाई है जिस वजह से आलू कोल्ड स्टोर में रखने की मजबूरी है।