होअा बनी अंग्रेजी,सरकारी स्कूलों के बच्चे कैसे निकल पाएंगे अागे

Edited By Updated: 15 May, 2017 12:26 PM

poor show in english pulls down pass percentage

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए 12वीं कक्षा के नतीजों के अनुसार बोर्ड के हैडक्वार्टर वाले जिला मोहाली के सरकारी स्कूलों का नतीजा बहुत ही बुरा आया है। कारण सामने अाया अंग्रेजी में ज्यादा बच्चों का फेल होना।

चंडीगढ़ः पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए 12वीं कक्षा के नतीजों के अनुसार बोर्ड के हैडक्वार्टर वाले जिला मोहाली के सरकारी स्कूलों का नतीजा बहुत ही बुरा आया है। कारण सामने अाया अंग्रेजी में ज्यादा बच्चों का फेल होना। 

  
होअा समझे जानें वाले विषय सामान्य अंग्रेजी में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) की कक्षा बारहवीं के अधिकतम छात्र असफल रहे हैं। अनिवार्य विषय में उच्च असफलता की दर ने कुल पास प्रतिशत निकाला। इस बात का खुलासा बोर्ड की वैबसाइट पर दी गई जानकारी से हुअा।

इस वर्ष कुल 3.14 लाख छात्रों ने 12वीं कक्षा का इम्तिहान दिया था, जिसमें से 36,376 छात्र फेल हो गए। पिछले साल 16,000 छात्र पास नहीं हो पाए थे। क्रमश: 62,916 और 18,822 छात्रों की कम्पार्टमेंट आई है और उन्होंने दोबारा से परीक्षा दी है। 380 छात्रों के नतीजों को पी.एस.ई.बी. ने रोका हुआ है।  अंग्रजी में 3,14,815 छात्रों में से 2,37,794 पास  हुए हैं जबकि 77,021 विफल रहे।

गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए अंग्रेजी विषय सबसे कठिन समझा जाता है एेसा क्यों,क्या वहां अंग्रेजी के टीचर ट्यूशन के चक्कर में उन्हें अच्छी शिक्षा नहीं दे पाते। सरकार को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि क्यों गरीब बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर उनके पास ट्यूशन फीस भरने के लिए पैसे होते तो वे सरकारी की जगह किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ते।


 

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