Edited By Updated: 04 Dec, 2016 01:33 PM
भगतांवाला में कूड़े के डम्प के विरोध में इलाका विधायक सहित क्षेत्रवासियों का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। शाम के समय हर रोज डम्प पर कूड़े को आग लगा दी जाती है।इससे आस-पास की कालोनियों में लोगों का जीना मुहाल हुआ पड़ा है। इस धुएं ने कई लोगों की जान...
अमृतस(रमन): भगतांवाला में कूड़े के डम्प के विरोध में इलाका विधायक सहित क्षेत्रवासियों का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। शाम के समय हर रोज डम्प पर कूड़े को आग लगा दी जाती है।इससे आस-पास की कालोनियों में लोगों का जीना मुहाल हुआ पड़ा है। इस धुएं ने कई लोगों की जान ले ली है। ऐसी ही एक घटना शनिवार को हुई, जिसमें ईश्वर नगर पार्क वाली गली नजदीक भगतांवाला डम्प में 55 वर्षीय कुलदीप सिंह की धुएं के प्रदूषण के कारण मौत हो गई। इससे पहले उनके बेटे की भी कुछ माह पहले धुएं के कारण मौत हुई थी व उनकी पत्नी भी बीमार रहती है। कुलदीप धुएं से परेशान होकर कई बार घर से बाहर चला जाता था और कई बार रात को बाहर ही रहता था।
धुएं की वजह से मौत की कई घटनाएं इन इलाकों में हुई हैं, जिसको लेकर कई बार निगम व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी हुए हैं, लेकिन इस डम्प में हर रोज निगम द्वारा ट्रक, ट्राली से कूड़ा फैंका जाता है व शाम के समय इसे आग लगा दी जाती है। इस कूड़े के डम्प को हटाने के लिए इलाके के लोगों ने काफी मेहनत की। उक्त प्रदूषण को रोकने के लिए एक सांझी संघर्ष कमेटी का गठन किया था, जो आज भी इस डम्प के खिलाफ धरना दे रही है। इसको लेकर सांझी संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने कहा कि दिन-प्रतिदिन लोगों की इस धुएं के कारण जानें जा रही हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मौन बैठे हैं और आज भी यहीं पर कूड़ा डम्प करने की जिद पर डटे हुए हैं। प्रशासन को डम्प के आस-पास की कालोनियों में रहने वाले लोगों की जान की परवाह नहीं है। उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि अगर सरकार ने विस चुनाव से पहले डम्प को लेकर अपना फैसला न बदला तो आगामी विधानसभा चुनावों का बायकाट किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदार प्रशासन व सरकार की होगी।