Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 09:19 AM
पंजाब में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि धर्म के नाम पर सियासत बंद होनी चाहिए। अकाली दल धर्म के नाम ऐतिहासिक मेलों पर कॉन्फ्रैंस करके सियासी रोटियां सेक रहा है।
नवांशहर (मनोरंजन): पंजाब में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि धर्म के नाम पर सियासत बंद होनी चाहिए। अकाली दल धर्म के नाम ऐतिहासिक मेलों पर कॉन्फ्रैंस करके सियासी रोटियां सेक रहा है।
खैहरा ने उक्त बात सोमवार को नवांशहर में पत्रकारों द्वारा अकाली दल की ओर से माघी मेले पर अकाली-भाजपा की ओर से आयोजित सियासी कॉन्फ्रैंस संबंधी पूछे गए सवाल क ा जवाब देते हुए कही। खैहरा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से पहले ही ऐतिहासिक मेलों पर सियासी कॉन्फ्रैंस न करने का फैसला ले लिया गया था। अकाली-भाजपा को भी इस चलन को बंद करना चाहिए।
माघी मेले के दौरान अलगाववादी नारे लगने संबंधी पूछे जाने पर खैहरा ने इसे गलत बताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिज्ञों को ऐसी बातों से गुरेज करना चाहिए जिससे पंजाब की अमन-शांति भंग हो। उन्होंने बठिंडा के गांव मलवाला में 5 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
खैहरा ने पंजाब पुलिस पर राजनीतिक दबाव तले काम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने उन्हें फंसाने के लिए किसी जज को कथित तौर पर 35 लाख रुपए देने के जिक्र वाली ऑडियो और वीडियो सी.डी. संबंधी एफ.आई.आर. दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय जांच करने की भी मांग की है। खैहरा ने चुनाव आयोग से यह भी मांग की कि अपने चुनाव मैनीफैस्टो में झूठे वायदे करने वाली राजनीतिक पार्टियों की मान्यता भी रद्द करनी चाहिए।