Edited By Updated: 21 Jan, 2017 01:23 PM
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों में हर तरफ सियासी रंग चढ़ा हुआ है। पार्कों में सैर करने वालों, चाय की दुकानों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर इस समय सिर्फ आने वाली सरकार को लेकर ही चर्चा होती है।
कपूरथला(गुरविन्द्र कौर/मल्होत्रा): विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों में हर तरफ सियासी रंग चढ़ा हुआ है। पार्कों में सैर करने वालों, चाय की दुकानों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर इस समय सिर्फ आने वाली सरकार को लेकर ही चर्चा होती है। समाज के सम्मानित वर्ग में आते वकील भी सुबह कचहरी खुलते ही सरकारों व विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों की बातें करनी शुरू कर देते हैं। वकीलों से बातचीत करके जहां मौजूदा सरकारों द्वारा किए गए कार्यों पर सलाह दी जा रही है, वहीं वे वाली नई सरकार सामने अपनी मांगें रखते नजर आए।
अदालतों में राजनीतिक नेताओं की दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए व न्याय प्रक्रिया सस्ती तथा निष्पक्ष होनी चाहिए। हाईकोर्ट्स व सुप्रीम कोर्ट में जजों की गिनती को बढ़ाया जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट्स अधिक खुलनी चाहिएं। -एडवोकेट एस.एस. मल्ली
सरकार अन्य सुविधाओं के साथ-साथ स्वच्छ वातावरण देने पर भी जोर दे। प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष कार्रवाई की जाए ताकि प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ वातावरण मिल सके। नशों को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस नीति बननी चाहिए। -डेविड जॉन
सरकार पूरी तरह सियासी न होकर इंसानियत का दम भरने वाली हो। सियासतदानों को हर प्रकार के स्वार्थ को त्यागकर प्रदेश की समूची तरक्की के लिए कदम उठाने चाहिएं व कचहरी की मुरम्मत के लिए वित्तीय सहायता भी देनी चाहिए।-सर्बजीत सिंह वालिया
सरकार को नौजवानों के लिए रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा करने चाहिएं। पढ़े-लिखे नौजवानों को नौकरी देना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार को सत्ता में आने के बाद अपने वायदों के अनुसार ही काम करना चाहिए।- एन.एस. नूर
लोगों को चाहिए कि वे भी राजनीतिक पार्टियों की तरह अपना एक मैनीफैस्टो तैयार करें जिसमें रोजगार, बुजुर्गों का मान-सम्मान, महिलाओं की रक्षा, बढिय़ा शिक्षा व स्वास्थ्य तथा महंगाई पर कंट्रोल करना जैसे तथ्य शामिल हों।-टी.एस. ढिल्लों
शहर निवासियों को आ रही परेशानियों जैसे सीवरेज, पानी व आवारा पशुओं व अन्य मामलों का हल होना चाहिए। शहर के लोगों को एक ऐसी सरकार का गठन करना चाहिए जो शहर निवासियों को हर आवश्यक सुविधा दे।-टेक शरण शर्मा