Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 10:48 AM
महानगर में ससुराल पक्ष द्वारा परेशान किए जाने वाली महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए महिला थाना स्थापित किया गया है जहां दर्जनों के हिसाब से महिलाएं काऊंसलिंग के लिए आती हैं। महिला थाने में तैनात पुलिस जवान उनकी व उनके ससुराल पक्ष के लोगों की बात सुनते...
जालंधर(शौरी): महानगर में ससुराल पक्ष द्वारा परेशान किए जाने वाली महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए महिला थाना स्थापित किया गया है जहां दर्जनों के हिसाब से महिलाएं काऊंसलिंग के लिए आती हैं। महिला थाने में तैनात पुलिस जवान उनकी व उनके ससुराल पक्ष के लोगों की बात सुनते हैं। इसके विपरीत थाने में तैनात पुलिस जवान सुविधाओं को तरस रहे हैं। हालात तो यह देखने को मिल रहे हैं कि थाने में काऊंसलिंग के लिए बने कमरे भी खस्ताहाल हो चुके हैं।
इतना ही नहीं कमरों में लाइटें खराब होने के कारण पुलिस वाले मोबाइल टार्च की रोशनी की मदद से शाम के बाद लिखा-पढ़ी करते देखे जा सकते हैं। थाने की लाइटें तक ठीक नहीं करवाई जा रहीं। दूसरे राज्यों से आने वाले लोग क्या सोचेंगे कि पुलिस के पास लाइटें ठीक करवाने हेतु फंड तक नहीं हैं। इसके साथ ही महिला थाने में दर्जनों के हिसाब से आवारा कुत्ते घूमते देखा जा सकते हैं।
हालात तो यह हैं कि कुत्ते कमरों के भीतर आते-जाते दिखते हैं। सबसे बड़ी बात यह देखने को मिल रही है कि महिला थाने में एक व्यक्ति द्वारा चाय तैयार करने के लिए लगाए खोखे में घरेलू सिलैंडर का प्रयोग किया जा रहा है जो पुलिस के सामने ही नियमों की धज्जियां उड़ाने वाली बात है। यही नहीं महिला थाने में विवाहिताओं के ससुराल पक्ष से लाए गए सामान का प्रयोग कैंटीन वाले करते देखा जा सकते हैं। पंजाब केसरी की टीम ने देखा कि चाय बनाने वाले व्यक्ति ने दूध व चाय पत्ती का सामान उस अलमारी में रखा था जोकि पुलिस ने एक मामले में किसी के घर से उठा कर वहां रखी थी। एक पुलिस कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि थाने में शौचालयों का भी बुरा हाल है परंतु उनकी कोई नहीं सुनता।