Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 11:19 AM
वैसे तो पुलिस उच्चाधिकारी पंजाब पुलिस के आधुनिक होने के दावे करते नहीं थकते। उनका कहना है कि थानों में पब्लिक को कोई भी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। थाने माडर्न हो चुके हैं और हर प्रकार की सुविधाओं से लैस हैं लेकिन अधिकारियों की कथनी और करनी...
जालंधर (शौरी): वैसे तो पुलिस उच्चाधिकारी पंजाब पुलिस के आधुनिक होने के दावे करते नहीं थकते। उनका कहना है कि थानों में पब्लिक को कोई भी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। थाने माडर्न हो चुके हैं और हर प्रकार की सुविधाओं से लैस हैं लेकिन अधिकारियों की कथनी और करनी का अंतर महानगर के कुछ थानों को देखकर लगाया जा सकता है। पंजाब केसरी ने थाना-2 परिसर के ऊपरी मंजिलों पर स्थित सी.आई.ए. शहरी, थाना-2, सी.आई.ए. देहाती इमारतों के दौरे दौरान पाया कि इमारतों की इतनी खस्ताहाल हो चुकी है कि पलस्तर पूरी तरह निकल चुका है।
उक्त इमारतों में पीपल के पेड़ उगे नजर आने के साथ काई से दीवारें भरी पड़ी थीं। ऐसा ही हाल थाना-2 परिसर के सामने व आसपास स्थित इमारतों का था। उक्त इमारतों में एंटी फ्राड शहरी, एंटी फ्राड देहाती, मालखाना, पी.ओ. स्टाफ आदि शामिल हैं। उक्त इमारतों का हाल भी इतना खराब दिख रहा था कि जैसे इमारतों का निरीक्षण किसी उच्च अधिकारी ने कभी किया ही न हो। नाम न छापने की शर्त पर कुछ पुलिस जवानों ने कहा कि उक्त इमारतें कंडम हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी इन्हें दोबारा से बनाया नहीं जा रहा। कई बार तो इमारतों से गिरने वाली ईंटों व पलस्तर से पुलिस जवान घायल भी हो चुके हैं।
थाना-2 व 4 के शौचालयों में नहीं है पानी की व्यवस्था
वहीं थाना-2 व 4 में तो हालात इन दिनों ऐसे हैं कि शौचालयों में इतनी बदबू आती है कि शायद ही कोई उक्त शौचालय प्रयोग कर सके, इसके साथ शौचालय प्रयोग करने के बाद हाथ धोने के लिए पानी ही नहीं मिलता। वहीं थाना-6 में तो हालात यह देखने को मिलते हैं कि किराए की कोठी में चल रहे इस थाने में लोगों की कारें, वाहन खड़े करने का कोई स्थान नहीं है। थाने के बाहर तंग गली में लोग वाहन लगाते हैं तो जाम भी लग जाता है। इसके साथ थाना-6 के एस.एच.ओ. के कमरे के बाहर स्थित खस्ताहाल बिल्डिंग के ऊपर लगे मोबाइल टावर से भी थाने में तैनात पुलिस जवान भयभीत हैं। पुलिस जवानों का कहना है कि टावर का भार अधिक होने व जिस बिल्डिंग पर टावर लगा है उसकी खस्ताहाल होने के कारण उन्हें डर लगता है।
थाने की बिल्डिंग में कबूतर बैठे तो भी लगता है डर : एस.एच.ओ.
पुलिस कमिश्नरेट थाने के अलावा देहात इलाके में पड़ते थाना मकसूदां का हाल तो किसी से छिपा नहीं है। मेन रोड पर लोग जैसे ही इस थाने से गुजरते हैं तो उनका ध्यान इस थाने पर जरूर पड़ता है, क्योंकि भयानक व खस्ताहाल से भी खस्ताहाल हो चुकी बिल्डिंग की दशा ही कुछ ऐसी है। थाना मकसूदां के एस.एच.ओ. जसविंद्र सिंह ने फोन पर कहा कि कबूतर भी जब इस बिल्डिंग पर बैठे तो उन्हें डर लगता है। कंडम हो चुकी इस बिल्डिंग के बारे में पुलिस अधिकारियों को पता है और प्रपोजल तैयार किया जा रहा है ताकि उन्हें किसी दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा सके।
अधिकारी खुद भी मानते हैं थाने नहीं हैं सुरक्षित
वहीं इस बाबत ए.डी.सी.पी. हैडक्र्वाटर गौतम सिंगला से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्होंने थाना बस्ती बावा खेल थाना-6 का दौरा किया था। थाने की बिल्डिंगें सुरक्षित नहीं हैं। इस बाबत रिपोर्ट तैयार हो चुकी है कि थाने शिफ्ट कर नए स्थान पर बिल्डिंगें बनाई जाएं और वहां थाना स्थापित किया जाए। इसके साथ ही सिंगला ने कहा कि उनके नोटिस में नहीं है कि थाना-2 परिसर में बिल्डिंगों की हालत के बारे में पहले किसी सीनियर अधिकारी ने रिपोर्ट तैयार की है या नहीं। वह इस बाबत चैक करके ही कुछ कह सकते हैं।