Edited By Updated: 24 May, 2017 08:54 AM
शहर निवासियों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा आज दूसरी बार दोबारा देर रात तक सड़कों पर बुलेट की सवारी पर निकले।
जालंधर(शौरी): शहर निवासियों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा दूसरी बार दोबारा देर रात तक सड़कों पर बुलेट की सवारी पर निकले। कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा खुद बुलेट चला रहे थे, जबकि पीछे उनके सुरक्षा कर्मचारी भी कमिश्नर की तरह सादे कपड़ों में मोटरसाइकिल पर सवार थे। खास बात तो यह देखने को मिली कि शहर के कई स्थानों पर कमिश्नर सिन्हा जैसे ही बुलेट चलाकर दौरा कर रहे थे तो उन्हें कई नाकों पर पुलिस वालों ने टॉर्च की रोशनी जलाकर रोका और पूछताछ की। जैसे ही पुलिस जवानों को पता चलता कि बुलेट पर सवार कोई आम व्यक्ति नहीं बल्कि पुलिस कमिश्नर हैं तो वह सैल्यूूट मारते। हालांकि पिछली चैकिंग के दौरान डी.सी.पी. राजिद्र सिंह बुलेट के पीछे सवार थे, जिन्हें पुलिस वाले पहचान जाते थे। वहीं कमिश्नर ने देर रात 2 बजे के बाद तक चैकिंग की और सुबह रूटीन में अपने पुलिस कमिश्नर आफिस में बैठकर लोगों की समस्याओं की जानकारी लेने के साथ अन्य कार्य किए।
स्टेशन पहुंचे, चाय पी पैसे देकर चले गए
बीती देर रात कमिश्नर सिन्हा अपने बुलेट पर रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां जूलो में तैनात पुलिस कर्मचारियों से जानकारी हासिल की कि वह किस प्रकार ड्यूटी करते हैं। इसके साथ पुलिस कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा ने उनसे पूछा कि एक मोटरसाइकिल चोरी होने का मैसेज वायरलैस में आया था, क्या आपने वह सुना तो जूलो में तैनात पुलिस कर्मचारियों ने हामी भरी। कमिश्नर सिन्हा ने पूछा कि रेलवे स्टेशन में पार्किंग में उक्त चोरी के मोटरसाइकिल को क्या उन्होंने तलाशा तो यह बात सुनकर जूलो में तैनात पुलिस कर्मचारी चुप हो गए। सिन्हा ने उन्हें कहा कि रात को ड्यूटी गंभीरता से करने की जरूरत होती है। इसके बाद पुलिस कमिश्नर रेलवे स्टेशन के बाहर ढाबों पर गए और पूछा कि रात को गलत प्रवृत्ति के लोग तो उनके पास नहीं आते। ढाबों वाले ने कहा कि यात्री ही खाना खाने आते हैं। कमिश्नर ने उन्हें 10-12 कप चाय के बनाने को कहा। कमिश्नर सिन्हा ने अपनी सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों के साथ रेलवे स्टेशन के बाहर चाय पी और 500 का नोट अपने पर्स से निकाल कर पुलिस कर्मचारी को ढाबे वालों को चाय के पैसे देने को कहा। हालांकि ढाबे वाला पैसे लेने से मना करता रहा, लेकिन कमिश्नर सिन्हा ने उसे स्पष्ट कह दिया कि भाई हम तो चाय पैसे देकर ही पीते हैं। इस दौरान कुछ लोग अपने मोबाइल फोन से कमिश्नर की फोटो खींचते व कमिश्नर की तारीफ करते देखे जा सकते थे।
बस स्टैंड के बाहर कमिश्नर को देख मोटरसाइकिल सवार भागे
जैसे ही पुलिस कमिश्नर सिन्हा चैकिंग करते हुए बस स्टैंड के बाहर पुलिस लाइन रोड की तरफ पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक मोटरसाइकिल पर 4 युवक सवार थे और कुल ऐसे 3 मोटरसाइकिल सड़कों पर घूम रहे थे। कमिश्नर ने जैसे ही बुलेट उनकी तरफ घुमाया तो वह तेजी से भाग निकले। जिससे पता चलता है कि लोगों को भी पता चल चुका है कि रात को बुलेट पर कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा अपने बाकी सुरक्षा कर्मचारियों के साथ चैकिंग पर निकल कर संदिग्ध लोगों को काबू कर कार्रवाई कर सकते हैं।
कमिश्नर ने अपराधियों को काबू करने के लिए बनाई नई योजना
वहीं पता चला है कि पुलिस कमिश्नर ने शहर के कई संवेदनशील इलाकों की सूची तैयार कर ली है, जहां आपराधिक किस्म के लोग घूमते हैं। अब पुलिस कमिश्नर के आदेशों पर रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड परिसर के भीतर सादे कपड़ों में स्पैशल ब्रांच में तैनात पुलिस जवान घूमते देखे जा सकते हैं। वेशभूषा से लोगों को पता ही नहीं चलता कि यह पुलिस जवान हो सकते हैं। दरअसल कमिश्नर ने उक्त पुलिस जवानों को सख्त आदेश दिए हैं कि वह रात से लेकर सुबह तक जहां घूमकर संदिग्ध व आपराधिक किस्म के लोगों को काबू करें, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
ट्रैफिक नियमों की पालना की, साथ सुरक्षा कर्मचारियों से करवाई
बुलेट पर सवार होकर शहर के कई स्थानों की चैकिंग करने के दौरान पुलिस कमिश्नर सिन्हा ने खुद भी ट्रैफिक नियमों की पालना की और अपने सुरक्षा कर्मचारियों से भी करवाई। सिन्हा बुलेट चलाने के दौरान हैल्मेट पहने नजर आ रहे थे और उनके सुरक्षा कर्मचारियों ने भी हैल्मेट पहन रखे थे। वहीं जालंधर शहर में पहली बार बुलेट पर सवार होकर चैकिंग करने वाले पुलिस कमिश्नर प्रवीन कुमार सिन्हा का फार्मूला पूरी तरह से बढिय़ा साबित हो रहा है। नतीजा यह देखने को मिल रहा है कि रात को चैकिंग के दौरान पुलिस अधिकारी व थाना स्तर के एस.एच.ओज खुद नाकों की हर घंटों के बाद चैकिंग करते हैं।