Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 03:13 AM
भारतीय जनता पार्टी, पंजाब ने राज्य में निकाय चुनाव के दौरान हुई ङ्क्षहसा, बूथ-कैप्चरिंग और अकाली-भाजपा प्रत्याशियों को डराने-धमकाने की घटनाओं पर रोष प्रकट करते हुए पटियाला, घग्गा और मुल्लांपुर दाखा एवं जालंधर के कुछ वाडर््स में दोबारा पोङ्क्षलग...
चंडीगढ़(पराशर): भारतीय जनता पार्टी, पंजाब ने राज्य में निकाय चुनाव के दौरान हुई हिंसा, बूथ-कैप्चरिंग और अकाली-भाजपा प्रत्याशियों को डराने-धमकाने की घटनाओं पर रोष प्रकट करते हुए पटियाला, घग्गा और मुल्लांपुर दाखा एवं जालंधर के कुछ वार्डस में दोबारा पोलिंग करवाने की मांग की है।
पंजाब भाजपा उपाध्यक्ष अनिल सरीन और पार्टी सचिव विनीत जोशी ने राज्य चुनाव आयुक्त को इस बाबत शिकायत पत्र लिखा है जिसमें यह भी कहा गया है कि पुलिस ने कांग्रेस के साथ मिलकर इन घटनाओं को अंजाम दिया है। भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा कि पटियाला में पंजाब पुलिस को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए तैनात किया गया था लेकिन उसने कांग्रेस का एजैंट बनकर काम किया और कई वार्ड्स में बूथ-कैप्चरिंग को अंजाम दिया।
सरीन और जोशी ने कहा कि पटियाला में पुलिस ने अकाली-भाजपा उम्मीदवारों को डराया-धमकाया और पार्टी के कार्यकत्र्ताओं और पोल एजैंट्स के साथ मारपीट की। कई जगहों पर पुलिस ने वोटरों को पोलिंग बूथ से भगाया और कई जगह कतार में खड़े मतदाताओं पर लाठीचार्ज तक किया। पंजाब भाजपा ने चुनाव पर्यवेक्षकों की गैर-हाजिरी पर रोष व्यक्त करते हुए चुनाव आयुक्त को अपनी पिछली शिकायत भी याद दिलाई जिसमें पार्टी ने अर्धसैनिक बलों और पड़ोसी राज्यों से चुनाव पर्यवेक्षकों को तैनात करने की गुहार लगाई थी। साथ ही भाजपा ने कहा कि पोलिंग बूथों पर लगाए गए चुनाव आयोग के कैमरे भी बंद पड़े थे।
भाजपा नेताओं ने कहा कि घग्गा में पुलिस ने कांग्रेस के साथ मिलकर सभी पोलिंग बूथ कैप्चर कर लिए। इसी तरह मुल्लांपुर दाखा में वार्ड नंबर 5 के पोलिंग बूथ कैप्चर किए गए। जालंधर में स्थानीय विधायक सुशील कुमार रिंकू के आगमन के बाद पोलिंग अधिकारियों ने मतदान की प्रक्रिया धीमी कर दी। उधर, अमृतसर में कांग्रेस कार्यकत्र्ता आचार संहिता का उल्लंघन करते नजर आए और उन्होंने वार्ड नंबर 9 और 22 में अपने प्रत्याशियों के लिए खुलेआम चुनाव प्रचार किया। दोबारा मतदान करवाए जाने की मांग करते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि इसके लिए केंद्रीय सुरक्षा बल और दूसरे राज्यों के चुनाव पर्यवेक्षक तैनात किए जाएं। साथ ही भाजपा ने दोषी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जल्द और सख्त कार्रवाई की भी मांग की।