Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 04:58 PM
कांग्रेसी एम.सी. विक्रम मेहता के रिश्तेदार विनोद कुमार उर्फ लक्की की नारायण नगर में ड्रग्स के धंधे से बनाई गई करोड़ों की कोठी पुलिस ने अटैच कर ली है। जानकारी के अनुसार इस कोठी में अब शहर के बड़े कारोबारी और पंजाब पुलिस के बड़े अफसरों के बेहद करीबी...
होशियारपुरः कांग्रेसी एम.सी. विक्रम मेहता के रिश्तेदार विनोद कुमार लक्की की नारायण नगर में ड्रग्स के कारोबार से बनाई गई करोड़ों की कोठी पुलिस ने अटैच कर ली है।यहां अब शहर के बड़े कारोबारी और पंजाब पुलिस के बड़े अफसरों के बेहद करीबी ब्रिजमोहन बत्रा रह रहे हैं।
इसके साथ ही विनोद कुमार की अरोड़ा कांप्लेक्स में दो दुकानों को भी पुलिस की ओर से सील कर लिया गया है। जिस समय लक्की को गिरफ्तार किया गया था, तब यह मामला शहर में बहुत उछला था। क्योंकि ड्रग कांड में कांग्रेसी नेता और पार्षद विक्रम मेहता का नाम उछला था। मेहता की तीन-चार दिन सी.आई.ए. स्टाफ होशियारपुर में उस समय के एस.एस.पी. कुलदीप सिंह चहल ने खुद पूछताछ की थी। एस.एस.पीजे ईलनचेजियन ने कहा कि जो भी कार्रवाई होगी, वह कानून के मुताबिक होगी।
इस संबंध में जब ब्रिज मोहन बत्रा से बात की तो उनका कहना था कि उन्होंने यह कोठी खरीदी गई है। एन.डी.पी.सी. एक्ट की सेक्शन 68 के अनुसार पुलिस को इंपलीमेंट करने वाली बाकी प्रॉसीक्यूशन एजेंसियों को इस बात का अधिकार है कि जब प्रॉसीक्यूशन एजेंसियों की जांच के दौरान यह बात सामने जाए कि आरोपी की ओर से ड्रग के कारोबार से जायदाद बनाई गई है, तो उसे सरकार जब्त कर लेती है।
अगामी दिनों में बत्रा परिवार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। इस मामले में जब रिक्की मरवाहा की गिरफ्तारी के बाद जब लक्की का नाम आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उस समय पुलिस की कार्रवाई पर बड़े सवाल उठे थे। चर्चा थी कि लक्की के पास से किसी पुलिस अफसर ने 35 लाख मांगे थे। लक्की को गिरफ्तार करने से पहले शहर के घंटाघर के पास अरोड़ा कांप्लेक्स में मनी एक्सचेंज का काम कर रहे रिक्की मरवाहा को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया गया। हालांकि, बाद में शक्की हालात में उसे क्लीन चिट दिलवाई दी गई।
जिसके बाद मरवाहा के मनी एक्सचेंज में हिस्सेदार विनोद लक्की पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया, और पुलिस ने विनोद कुमार लक्की को नसराला के पास से 25 लाख नकदी आधा किलो हीरोइन समेत गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आई कि नारायण नगर के पास लक्की ने एक आलीशान कोठी बनाई है, जिसे तैयार करवाने में एम.सी. विक्रम मेहता का अहम योगदान था।
इसी के चलते विक्रम मेहता का नाम इस कांड में जुड़ने लगा। विनोद कुमार लक्की ने पुलिस को बयान दे दिए कि विक्रम मेहता को इस सारे कारोबार की जानकारी थी और पैसे का लेनदेन भी मेहता के साथ था। सीधे तौर पर उनके बाद मेहता को पुलिस ने कई बार सी.आई.ए. स्टाफ बुलाया और पूछताछ की थी। बाद में पुलिस ने मेहता को छोड़ तो दिया लेकिन पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी तक मेहता को क्लीन चिट नहीं दी गई है।