Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Aug, 2017 11:54 AM
यू.पी. ए.टी.एस. की ओर से पिछले दिनों पकड़े गए बब्बर खालसा से जुड़े आतंकियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि एक आतंकी हथियारों की सप्लाई करता था, जबकि दूसरा ग्राहक ढूंढ़ने में मदद करता था।
नवांशहरः यू.पी. ए.टी.एस. की ओर से पिछले दिनों पकड़े गए बब्बर खालसा से जुड़े आतंकियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि एक आतंकी हथियारों की सप्लाई करता था, जबकि दूसरा ग्राहक ढूंढ़ने में मदद करता था।
उक्त हथियार बेहद कम दाम पर पंजाब में बेचते थे,जिसके पीछे पंजाब में माहौल खराब करने का मकसद था। आठ दिन के रिमांड में पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 1 पिस्तौल व 3 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। जांच में आतंकियों ने पंजाब में 11 पिस्तौल सप्लाई करने की बात मानी है। इसमें से पुलिस अब तक 5 पिस्तौल बरामद कर ली हैं, जबकि छह पिस्तौल को ढूंढा जा रहा है।
इंस्पेक्टर सुरिंदर चांद ने बताया कि दोनों आरोपियों को कनाडा में रहने वाला मलकीयत सिंह (निवासी तलवंडी नाहर) फंड मुहैया करवाता था। इसी फंड के तहत आरोपी यू.पी. से अवैध हथियार खरीदते थे तथा बाद में उसे पंजाब में कुछ लोगों को कम दाम पर मुहैया करवा देते थे। आरोपियों को पैसा मनी ट्रांस्फर के जरिए ही आया है।
नवांशहर पुलिस की इनपुट पर यू.पी. ए.टी.एस. ने पकड़े थे आरोपी
उल्लेखनीय है कि नवांशहर पुलिस की इनपुट पर बुधवार को लखनऊ के एक धार्मिक स्थल पर कथित आतंकी बलवंत को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद जसवंत के बारे में पता चला, जिसे बाद में यूपी के उन्नाव से गिरफ्तार किया गया। नवांशहर पुलिस के थाना मुकंदपुर की ओर से जून माह में सिख कट्टरपंथियों से जुड़े एक आतंकी संगठन के दो सदस्यों को धर दबोचा था। पूछताछ में उन्हें बलवंत के बारे में लीड मिली थी, जिसके बाद नवांशहर पुलिस की इसी लीड पर काम करते हुए यूपी एटीएस ने इन्हें गिरफ्तार कर उन्हें नवांशहर पुलिस को सौंपा।