Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 07:51 AM
विजीलैंस ब्यूरो ने कपूरथला रोड पर स्थित डायरैक्टर लैंड रिकार्ड दफ्तर में छापेमारी की। विजीलैंस टीम ने दफ्तर के सीनियर सहायक भूपिन्द्र सिंह को एक व्यक्ति से 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
जालंधर (प्रीत): विजीलैंस ब्यूरो ने कपूरथला रोड पर स्थित डायरैक्टर लैंड रिकार्ड दफ्तर में छापेमारी की। विजीलैंस टीम ने दफ्तर के सीनियर सहायक भूपिन्द्र सिंह को एक व्यक्ति से 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
जालंधर देहात के एस.एस.पी. दिलजिन्द्र सिंह ढिल्लों ने बताया कि गुरमेज सिंह पुत्र हरबंस सिंह वासी गांव लम्मे, भुलत्थ, कपूरथला ने अपनी शिकायत में बताया कि साल 1947 में भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान से यहां आ गया। उस समय उनके दादा संता सिंह को जमीन अलाट हुई। उनका परिवार गांव लम्मे में करीब 8.5 एकड़ जमीन पर काबिज है और अक्तूबर 1966 में दादा संता सिंह के नाम पर 4 एकड़ जमीन बस्ती शेख जालंधर में अलाट हुई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी बस्ती शेख स्थित जमीन पर लोगों द्वारा अवैध कब्जे कर लिए गए। 10 मार्च 2015 को उसने डायरैक्टर लैंड रिकार्ड दफ्तर से आर.टी.आई. एक्ट के तहत जानकारी मांगी लेकिन उन्हें नहीं मिली। कुछ दिन पहले उसने दादा के नाम पर अलाट जमीन की निशानदेही के लिए अलाटमैंट पेपर व अन्य दस्तावेजों के साथ दफ्तर लैंड रिकार्ड में दोबारा अप्लाई किया, लेकिन उनकी दोनों एप्लीकेशन सीनियर सहायक भूपिन्द्र सिंह के पास गईं।
गुरमेज सिंह ने कहा कि इससे पहले भी वह कई बार दफ्तर के चक्कर काटता रहा लेकिन भूपिन्द्र सिंह उनके काम के बारे में टाल-मटोल करता रहा। बीते दिन जब निशानदेही करवाने के लिए रिकार्ड की जानकारी मांगी तो सीनियर सहायक भूपिन्द्र सिंह ने उससे रिश्वत मांगी। एस.एस.पी. दिलजिन्द्र सिंह ढिल्लों ने बताया कि शिकायत मिलने पर डी.एस.पी. विजीलैंस कर्मवीर सिंह, इंस्पैक्टर दलबीर सिंह, इंस्पैक्टर सुरिन्द्र सिंह की टीम द्वारा छापेमारी कर उसे 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
डेढ़ लाख मांगा, 1.20 लाख में हुआ था सौदा
कुछ दिन पहले जब गुरमेज सिंह काम का पता करने के लिए भूपिन्द्र के पास गया तो उसे कहा गया कि रिकार्ड बहुत पुराना है और उसकी बस्ती शेख स्थित जमीन भी अब काफी महंगी है। रिकार्ड निकलवाने के लिए सेवा करनी पड़ेगी। भूपिन्द्र पर आरोप है कि उसने गुरमेज सिंह से 1.5 लाख रुपए रिश्वत मांगी लेकिन बातचीत के पश्चात सौदा 1.20 लाख में तय हुआ। भूपिन्द्र ने काम शुरू करने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत एडवांस मांगी और कहा कि बाकी की रकम काम पूरा होने पर लेगा।