Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 04:28 PM
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत सिंह राम रहीम की सी.बी.आई. की विशेष अदालत पंचकूला में अगली पेशी 25 अगस्त को रखी गई है। इसमें डेरा प्रमुख को अदालत में निजी तौर पर पेश होने के लिए आदेश जारी किए गए।
भटिंडा(विजय): डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत सिंह राम रहीम की सी.बी.आई. की विशेष अदालत पंचकूला में अगली पेशी 25 अगस्त को रखी गई है। इसमें डेरा प्रमुख को अदालत में निजी तौर पर पेश होने के लिए आदेश जारी किए गए।
डेरा संगत सच्चा सौदा प्रमुख पर पेश न होने का दबाव बना रही है, यहां तक कि उन्होंने अपने गुरु से सौगंध भी ली कि वह न्यायालय में पेश नहीं होंगे। डेरा मामले को लेकर हरियाणा व पंजाब में हिंसा के मद्देनजर पुलिस पूरी तरह सतर्क है। पूरे शहर को सील कर नाकेबंदी कर दी और वाहनों की बारीकी से चैकिंग की जा रही है। पुलिस कर्मियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सभी को ड्यूटी पर लौटने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। पुलिस व जिला प्रशासन ने पूरी तरह अलर्ट किया हुआ है व भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगाई गई है।
पंजाब के विशेषतौर पर मालवा के कुछ क्षेत्र पुलिस द्वारा संवेदनशील घोषित किए गए हैं जिनमें भटिंडा, मलोट, मुक्तसर, अबोहर, रामपुरा, सलाबतपुरा, तलवंडी साबो इत्यादि शामिल हैं। पुलिस की नामचर्चा घरों व डेरा संगत के भंगीदासों पर पूरी नजर बनाए हुए है। पुलिस की कोशिश है कि नामचर्चा घरों में डेरा प्रेमियों को एकत्रित होने से रोका जाए जिसके लिए विशेष नाकेबंदी कर पुलिस तैनात की गई है।
डेरे के खिलाफ फैसला आने पर हिंसा का अंदेशा
पुलिस व जिला प्रशासन मानता है कि अगर डेरे के खिलाफ फैसला आता है तो डेरा संगत भड़क सकती है जिससे ङ्क्षहसा का भी खतरा बना हुआ है। नामचर्चा घर में एकत्रित पे्रमियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि डेरा प्रमुख पर झूठा मामला दर्ज किया गया है, उसे वे सहन नहीं करेंगे। हरियाणा, पंजाब व राजस्थान से भारी संख्या में डेरा प्रेमी 25 से पहले ही पहुंच जाएंगे और अगला निर्देश वहीं से प्राप्त करेंगे। डेरा संगत को भी एक सप्ताह के लिए तैयार रहने की अपील की जा चुकी है। 23 अगस्त से लेकर 30 अगस्त तक डेरा समर्थकों को अपने कार्य से छुट्टी लेनी होगी, एक फौजी की तरह पानी व गुड़चने पर ही निर्वाह करने के लिए तैयार किया गया है।
पुलिस हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
आम लोगों को भय मुक्त करने के लिए पुलिस ने भी कमर कस ली है और चप्पे-चप्पे पर चौकसी व निगरानी बढ़ा दी गई है। बेशक केंद्र सरकार ने पंजाब व हरियाणा को अतिरिक्त सुरक्षा बल देने से इंकार कर दिया फिर भी पुलिस अपने दम से स्थिति पर कंट्रोल करेगी।
आई.जी. जोन भटिंडा एम.एस. छीना का कहना है कि पुलिस किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने नहीं देगी व हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। एस.एस.पी. भटिंडा नवीन सिंगला ने कहा कि जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है, जरूरत पडऩे पर दूसरे जिलों व रिजर्व पुलिस मंगवाई जा सकती है लेकिन ऐसी स्थिति आने की कोई संभावना नहीं। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।