Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2017 10:44 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुचर्चित 10 लाख रुपए की लागत से बना व करोड़ों रुपए में नीलाम हुआ सूट एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है।
भटिंडा (विजय): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुचर्चित 10 लाख रुपए की लागत से बना व करोड़ों रुपए में नीलाम हुआ सूट एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है। दरअसल, उक्त सूट की नीलामी राशि के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है।
आर.टी.आई. के तहत पूछा गया जवाब
उक्त सूट को गंगा की सफाई के लिए करोड़ों रुपए में नीलाम करने के दावे किए गए थे लेकिन सूट से मिली राशि के बारे में नैशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा व मिनिस्ट्री ऑफ वाटर रिसोर्सिज को भी कोई जानकारी नहीं है। 26 अप्रैल को भटिंडा के निवासी हरमिलाप ग्रेवाल ने गंगा की सफाई के लिए बनाई गई नैशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा को आर.टी.आई. के तहत उक्त सूट की राशि के बारे में पूछा था। इस बारे में मिशन ने जवाब दिया कि उक्त जानकारी निजी है जिस कारण यह नहीं दी जा सकती। बाद में ग्रेवाल ने मिनिस्ट्री ऑफ वाटर रिसोर्सिज से उक्त जानकारी मांगी लेकिन उनका जवाब आया कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
गुजरात के एक व्यापारी ने खरीदा था सूट
ग्रेवाल ने कहा कि उक्त सूट को 2015 के दौरान यह कहकर नीलाम किया गया था कि इससे प्राप्त करोड़ों रुपए को गंगा की सफाई के लिए प्रयोग किया जाएगा। इसी कारण गुजरात के एक व्यापारी ने उक्त सूट को 4 करोड़ 3 लाख रुपए में खरीदा था लेकिन उक्त राशि गंगा की सफाई से संबंधित किसी भी संस्थान के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर संबंधित विभागों के पास उक्त राशि नहीं है तो आखिर वह राशि कहां गई? उन्होंने कहा कि उक्त सूट अमेरिका से किसी ने प्रधानमंत्री को गिफ्ट के तौर पर भेजा था। उन्होंने उक्त सूट भेजने व उसका टैक्स आदि अदा करने के बारे भी पूछा था लेकिन किसी ने इस संबंधित कोई जानकारी नहीं दी।