Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 09:00 AM
पिम्स इम्प्लाइज यूनियन और प्रबंधन के बीच चल रहे विवाद में सोमवार को उस समय एक नया मोड़ आया जब पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार हड़ताल करने की जगह कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल को एक दिन के लिए स्थगित करने का फैसला लिया और स्टाफ सदस्यों ने मरीजों की...
जालंधर (अमित): पिम्स इम्प्लाइज यूनियन और प्रबंधन के बीच चल रहे विवाद में सोमवार को उस समय एक नया मोड़ आया जब पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार हड़ताल करने की जगह कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल को एक दिन के लिए स्थगित करने का फैसला लिया और स्टाफ सदस्यों ने मरीजों की बेहतरी के लिए सारी सेहत सेवाएं निर्विघ्न जारी रखीं।
प्रैस के नाम जारी एक विज्ञप्ति में पिम्स इम्प्लाइज यूनियन का कहना है कि उनकी तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को यूनियन लीडर चंदन ग्रेवाल के साथ एक विशेष मुलाकात की जिसके पश्चात वह पूर्व रैजीडैंट डायरैक्टर डा. कंवलजीत सिंह और एच.आर. मैनेजर हरनीत कौर द्वारा दोनों बर्खास्त कर्मचारियों के खिलाफ जाति सूचक शब्द बोलने संबंधी दर्ज शिकायत के सिलसिले में थाना नं. 7 गए जहां स्टाफ ने अपने बयान दर्ज करवाए ताकि पुलिस द्वारा अगली कार्रवाई शुरू की जा सके।
विभिन्न संगठनों के साथ चंदन ग्रेवाल देंगे धरना
यूनियन सदस्यों का कहना है कि मंगलवार को चंदन ग्रेवाल अलग-अलग यूनियनों व संगठनों के साथ पिम्स के अंदर एक धरना देंगे जिसमें दोनों बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली और जातिसूचक शब्द बोलने संबंधी दी गई शिकायत में पर्चा दर्ज करवाने के लिए रोष-प्रदर्शन किया जाएगा। यूनियन की तरफ से इस बात को भी स्पष्ट किया गया है कि मंगलवार को भी सारी सेहत सेवाएं जारी रहेंगी और कर्मचारी हड़ताल नहीं करेंगे।
प्रबंधन द्वारा बरती रणनीति दिखाने लगी असर
जिस प्रकार से पिम्स इम्प्लाइज यूनियन द्वारा घोषित की गई हड़ताल को स्थगित किया गया है उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि पिम्स प्रबंधन द्वारा बरती गई रणनीति अपना असर दिखाने लगी है। पिछले कुछ समय से जब से नए रैजीडैंट डायरैक्टर ने अपना कार्यभार संभाला है, प्रबंधन ने यूनियन के अंदर फूट डालो और राज करो वाली नीति को अपनाते हुए कुछ प्रतिनिधियों को अपने साथ मिलाने में सफलता प्राप्त कर ली है जिसके चलते यूनियन को कुछ समय के लिए बैकफुट पर आते हुए काफी संभलकर कदम उठाने पड़ रहे हैं।