Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 11:20 AM
पिम्स इंप्लाइका यूनियन के बैनर तले पिम्स में काम कर रहे पैरा मैडीकल स्टाफ जिसमें नर्सिंग स्टाफ, एक्स-रे टैक्नीशियन, बिलिंग स्टाफ,
जालंधर (अमित): पिम्स इंप्लाइका यूनियन के बैनर तले पिम्स में काम कर रहे पैरा मैडीकल स्टाफ जिसमें नर्सिंग स्टाफ, एक्स-रे टैक्नीशियन, बिलिंग स्टाफ, क्लैरिकल स्टाफ, इलैक्ट्रीशियन, प्लबंर आदि शामिल हैं, की तरफ से शुरू की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल 15 दिन के लंबे अंतराल के बाद शुक्रवार को खत्म हो गई। लेबर कमिश्नर के दफ्तर में दोनों पक्षों के बीच कई घंटे चली लंबी बहस और वाद-विवाद के पश्चात अंत में कुछ बातों को लेकर आम सहमति बन गई और स्टाफ ने हड़ताल खत्म करने का फैसला ले लिया। दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति के अनुसार शनिवार से सारा स्टाफ अपने-अपने काम पर अपनी पुरानी शिफ्टों के अनुसार काम पर लौट आएगा। लेबर विभाग द्वारा दोनों पक्षों के बीच हुए फैसले को लिखित रूप से करके हस्ताक्षर लिए गए और डी.सी. को भी इसकी कापी भेज दी गई है।
क्या है सहमति की शर्तें?
लेबर कमिश्नर दफ्तर में बैठकर दोनों पक्षों के बीच हुए फैसले के अनुसार बाबा फरीद यूनिवर्सिटी, सी.एम.सी. और डी.एम.सी. के स्केलों की मांग को लेकर सहमति बनी है कि प्रबंधक इन संस्थानों में चल रहे किसी भी एक संस्थान के पे-स्केल को प्राप्त कर बोर्ड आफ डायरैक्टर को अपनी सिफारिश के साथ केस तैयार करके भेजेंगे और स्टाफ के 2 प्रतिनिधियों को भी बोर्ड आफ डायरैक्टर के साथ समय लेकर मिलवाएंगे। इस सारी कार्रवाई के लिए एक महीने की बजाय 20 दिन का समय तय किया गया है। इसके साथ ही प्रबंधक पिम्स में काम कर रहे सारे स्टाफ को 8.5 प्रतिशत के हिसाब से 1 अप्रैल, 2017 से जो स्टाफ सैलरी ले रहा है उसमें वृद्धि प्रदान करेंगे। उक्त वृद्धि नॄसग स्टाफ, पैरा मैडीकल स्टाफ, कंप्यूटर आप्रेटर, क्लर्क, इंजीनियरिंग विभाग, पलम्बर, इलैक्ट्रीशियन और कारपेंटर आदि पर लागू होगी। इसके साथ ही प्रबंधक द्वारा निकाले गए प्रोबेशनल कर्मचारियों को भी फैसले की शर्तों के अनुसार काम पर रखा जाएगा। हड़ताल के कार्यकाल की सैलरी को लेकर दोनों पक्ष आपस में बैठकर इसका हल निकालेंगे। इसके अलावा बाकी रहते मुद्दों को लेकर प्रबंधन और यूनियन के प्रतिनिधि आपस में बैठकर फैसला करेंगे। इसके साथ ही दोनों पक्षों की तरफ से अदालत में किए गए केस भी वापस लिए जाएंगे।