Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 09:36 AM
चक्की दरिया पर स्थित तलवाड़ा पत्तन जो कि मीरथल बैल्ट के साथ हि.प्र. के कई गांवों को दूसरी ओर घरोटा बैल्ट से सटे दर्जनों गांवों
पठानकोट/घरोटा(शारदा): चक्की दरिया पर स्थित तलवाड़ा पत्तन जो कि मीरथल बैल्ट के साथ हि.प्र. के कई गांवों को दूसरी ओर घरोटा बैल्ट से सटे दर्जनों गांवों को आपस में जोड़ता है, से पिछले दिनों पैंटुन पुल बरसात सीजन से पहले ही उठा लिए जाने से इन गांवों की जनता की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
जान हथेली पर रख कर जाते हैं लोग
अपने कार्यों के चलते ग्रामीण जनता को चक्की दरिया पार करने के लिए अब रस्सी के सहारे चलने वाली जर्जर नाव का ही सहारा शेष है। कभी भी चक्की दरिया में पानी का बहाव तेज होने पर यह नाव जिस पर सामथ्र्य से अधिक मानवीय जिंदगियां सवार होकर जान हथेली पर रख कर इधर से उधर जाती हैं, कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकती है।
लोगों में रोष
वर्णनीय है कि पिछले कुछेक वर्षों के दौरान भी इस पत्तन से इधर-उधर जाने वाली किश्ती हादसे का शिकार हो चुकी है हालांकि सौभाग्यवश पिछले हादसों में कोई बड़ी हानि अथवा जानी नुक्सान नहीं हुआ था। लोगों ने इस संबंध में रोष प्रकट करते हुए बताया कि किश्ती को आर-पार ले जाने के लिए महज एक प्लास्टिक की रस्सी का सहारा लिया जा रहा है। अगर मझधार में जाने पर किश्ती से जुड़ी रस्सी खुदा न खास्ता टूट जाए तो फिर इस किश्ती को डूबता हुआ टाइटैनिक जहाज बनने में अधिक समय नहीं लगेगा।