Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 02:30 PM
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार चुनावों में लोगों के साथ किए गए वायदों से पीछे हटती नजर आ रही है। इस संदर्भ में वृद्धों, विधवाओं और
रूपनगर (विजय): कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार चुनावों में लोगों के साथ किए गए वायदों से पीछे हटती नजर आ रही है। इस संदर्भ में वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगों की पैंशन में वृद्धि के किए गए वायदों को अभी तक पूरा नहीं किया गया। इस समय राज्य में वृद्धावस्था पैंशन केवल 500 रुपए मासिक है जिसे कांग्रेस पार्टी ने 2000 रुपए करने का चुनावी वायदा किया था। बुजुर्गों को बुढ़ापा/विधवा पैंशन न मिलने से लाभपात्रों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है व उनमें असंतोष है। गत लंबे समय से बुजुर्ग बैंकों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं लेकिन उन्हें यह पैंशन प्राप्त नहीं हुई है। बुजुर्गों का कहना है कि नई सरकार से उन्हें उम्मीद थी कि उनकी पैंशन दरें बढ़ाई जाएंगी लेकिन वह पहले से मिल रही नाममात्र पैंशन देने में भी असमर्थ दिखाई दे रही है।
क्या कहते हैं भुक्तभोगी
बुजुर्ग महिला जोगेन्द्र कौर (80) पत्नी चन्नण सिंह निवासी गांधी नगर ने बताया कि उन्हें वोटों के बाद अभी तक पैंशन प्राप्त नहीं हुई। विधवा चंद्रप्रभा (63) पत्नी स्व. रमिन्द्रपाल निवासी गांधी नगर ने बताया कि उनकी प्रारंभ में 250 रुपए पैंशन लगी थी औरबाद में यह 500 कर दी गई थी लेकिन यह भी उन्हें प्राप्त नहीं हुई। जब सरकार उक्त नाममात्र पैंशन राशि का समय पर भुगतान नहीं कर सकती तो 2000 रुपए कैसे देगी। नवम्बर के उपरांत से उन्हें पैंशन प्राप्त नहीं हुई है। विधवा कृष्णा देवी (75) पत्नी स्व. रत्न लाल निवासी मोहल्ला शेखां एवं ऊषा रानी पत्नी स्व. राकेश कुमार निवासी मोहल्ला मीराबाई चौक ने बताया कि वे लंबे समय से बैंकों के चक्कर लगा रही हैं लेकिन उन्हें पैंशन की प्राप्ति नहीं हुई है। सरकार अपने वायदे के मुताबिक 2000 रुपए की पैंशन अदायगी को तुरंत अमलीजामा पहनाए।
जिलाधीश से की है बातचीत : विधायक
इस संबंध में रूपनगर विधानसभा क्षेत्र के ‘आप’ के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ ने कहा कि राज्य के बुजुर्गों, विधवाओं व विकलांगों में पैंशन वृद्धि न होने के कारण असंतोष बढ़ रहा है। सरकार अपने वायदों को पूरा करने में असफल हुई है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि वह पैंशन वृद्धि के वायदों को तुरंत पूरा करे और 3 महीने से रुकी हुई पैंशन जारी करे। वह वृद्धों, विधवाओं तथा दिव्यांगों के साथ हैं। इस संबंध में उन्होंने जिलाधीश से भी बातचीत की है और वह इस संबंध में सरकार को भी एक पत्र लिखेंगे।