Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 10:45 AM
पंजाब में जिला परिषदों अधीन चलती 1186 ग्रामीण हैल्थ डिस्पैंसरियों में पिछले 12 सालों से काम कर रहे रूरल हैल्थ फार्मासिस्टों ने पंजाब सरकार द्वारा उनको सेहत विभाग में मर्जर की तजवीज प्रति हामी भर दी है
पटियाला (परमीत): पंजाब में जिला परिषदों अधीन चलती 1186 ग्रामीण हैल्थ डिस्पैंसरियों में पिछले 12 सालों से काम कर रहे रूरल हैल्थ फार्मासिस्टों ने पंजाब सरकार द्वारा उनको सेहत विभाग में मर्जर की तजवीज प्रति हामी भर दी है परंतु साथ ही यह शर्त भी रखी है कि सेहत विभाग में मर्ज के लिए उनकी सेवाओं को पे-स्केल के अंतर्गत रैगुलर किया जाए। इस समय यह ग्रामीण हैल्थ फार्मासिस्ट ग्रामीण विकास पर पंचायत विभाग अधीन काम कर रहे हैं।
इन ग्रामीण हैल्थ फार्मासिस्टों को कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की पिछली सरकार के समय भर्ती किया गया था और फिर इनको ठेके पर रख कर बार-बार ठेके की अवधि तो बढ़ाई गई परंतु तनख्वाहों में वृद्धि नाममात्र रही और यह अब भी सिर्फ 7 हजार रुपए महीने की दर पर काम कर रहे हैं। रूरल हैल्थ फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान ज्योति राम मदनीपुर ने बताया कि सरकार द्वारा यदि फार्मासिस्टों को सेहत विभाग में शिफ्ट करने की योजना तैयार की जा रही है तो फिर पहले संगठन को भरोसे में लेकर पिछले 12 सालों से काम कर रहे फार्मासिस्टों को रैगुलर किया जाना चाहिए।