Edited By Updated: 16 Jan, 2017 02:57 PM
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने लंबी को उनकी कर्मभूमि बताया है, जहां पर वह बीते दस सालों के दौरान पंजाब के लोगों के ऊपर किए गए बेरहमीपूर्वक अत्याचारों के बदले में बादलों को सबक सिखाएंगे।
चमकौर साहिब : पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने लंबी को उनकी कर्मभूमि बताया है, जहां पर वह बीते दस सालों के दौरान पंजाब के लोगों के ऊपर किए गए बेरहमीपूर्वक अत्याचारों के बदले में बादलों को सबक सिखाएंगे। उन्होंने सोमवार को कहा कि वह धार्मिक बेअदबियों के सभी केसों की गहराई से जांच करवाएंगे और दोषी पाए जाने पर बादलों को सजा देंगे।
चमकौर साहिब में एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने एतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में आर्शीवाद लिया। कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि पटियाला उनकी जन्मभूमि है और इसमें उनकी भावनात्मक जड़ें हैं। इसी तरह, उन्होंने लंबी को अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना है, क्योंकि बादलों को उनके सभी अपराधों व गुनाहों के बदले में सबक सिखाने के लिए पंजाब के लोगों के प्रति वचनबद्ध हैं।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि बादलों ने बीते दस सालों में सिर्फ अपने पारिवारिक हितों को मजबूत किया है और राज्य के सभी प्रमुख बिजनेसों पर इन्होंने कब्जा जमा रखा है और अकालियों का सरंक्षण प्राप्त माफिया पंजाब में शासन कर रहा है। उन्होंने बादलों द्वारा अपने शासनकाल में कई करोड़ों रुपए की संपत्तियां बनाने को लेकर उन पर चुटकी ली और मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से सवाल पूछा कि वह इतनी सारी इकट्ठी की दौलत को कहां लेकर जाएंगे, क्या वह दुनिया छोड़ते वक्त इसे साथ लेकर जाएंगे?
कैप्टन अमरेन्द्र पंजाब के धार्मिक ताने-बाने की रक्षा करने में असफल रही बादल नेतृत्व वाली अकाली-भाजपा सरकार पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार कांग्रेस द्वारा शुरू किए गए मैमोरियल को पूरा करवाने में भी असफल रही, जिस एतिहासिक जमीन पर बड़े साहिबजादे जी ने 40 अन्यों के साथ अपनी जिंदगी का बलिदान दिया था। लेकिन इसके विपरीत बादलों का ध्यान सिर्फ अपने व्यक्तिगत हितों को प्रोत्साहित करने के लिए होटलों को बनाने पर था, जिसका स्पष्ट प्रमाण सुखबीर बादल का सुखविलास है।