Edited By Updated: 30 Mar, 2017 03:20 PM
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद पटियाला के सत्ता का केंद्र बनने के साथ ही अधिकारियों ने भी इसकी तरफ विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। पिछले 10 सालों के दौरान जिन प्रमुख राजपुरा और सरहिंद रोड पर सड़कें बना कर ट्रैफिक को ठीक ढंग से चलाने के...
पटियाला(बलजिन्द्र):विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद पटियाला के सत्ता का केंद्र बनने के साथ ही अधिकारियों ने भी इसकी तरफ विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। पिछले 10 सालों के दौरान जिन प्रमुख राजपुरा और सरहिंद रोड पर सड़कें बना कर ट्रैफिक को ठीक ढंग से चलाने के लिए डिवाइडर और ग्रिलें लगाई गई थीं, उनको नशेडियों द्वारा उखाड़ दिया गया था।
कै. अमरेन्द्र सिंह के सत्ता संभालते ही लोक निर्माण विभाग ने फिर से चुस्ती दिखाते हुए ग्रिलें लगाने का काम फिर शुरू कर दिया है। इसके साथ ही जहां कहीं भी डिवाइडर टूटे हुए थे, उनको फिर से बनाया जा रहा है। लोअर माल पर जहां कहीं भी सड़क टूटी हुई थी, उसका पैचवर्क करवा दिया गया है। इतना ही नहीं बाकी स्थानों पर भी सौंदर्यीकरण का काम शुरू कर दिया गया है।
वर्णनीय है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद पटियाला सत्ता का केंद्र बन गया, जहां मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह खुद पटियाला शहर से विधायक हैं, उसी तरह सेहत मंत्री ब्रह्म मङ्क्षहद्रा पटियाला देहाती के कैबिनेट मंत्री हैं। इसी तरह सीनियर कांग्रेसी नेता लाल सिंह को मंडी बोर्ड का चेयरमैन बना दिया गया है। लिहाजा पटियाला अब सत्ता का केंद्र बन चुका है।