Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 07:36 AM
शहर के बीचों-बीच स्थित अड्डा होशियारपुर रेलवे फाटक पर सोमवार दोपहर को खुले फाटक से ही एक ट्रेन गुजर गई, परन्तु खुदा की गनीमत से आज एक और बड़ा हादसा होने से टल गया तथा लोगों की सांसें अटकी रह गईं।
जालंधर(गुलशन): शहर के बीचों-बीच स्थित अड्डा होशियारपुर रेलवे फाटक पर सोमवार दोपहर को खुले फाटक से ही एक ट्रेन गुजर गई, परन्तु खुदा की गनीमत से आज एक और बड़ा हादसा होने से टल गया तथा लोगों की सांसें अटकी रह गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रोजाना की तरह भारी संख्या में दोपहिया और चौपहिया वाहन अड्डा होशियारपुर फाटक से गुजर रहे थे कि अचानक ट्रेन आने की आवाज सुनाई दी। फाटक खुला होने की वजह से लोग बेफिक्र होकर वहां से गुजरते रहे, लेकिन जब खुले फाटक पर ही ट्रेन आ गई तो लोगों की सांसें अटक गईं और अफरा-तफरी मच गई तथा लोग इधर-उधर भागने लगे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रेन के ड्राइवर ने एमरजैंसी ब्रेक लगा कर ट्रेन रोक दी, जिसके कारण कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ, अन्यथा किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था। लोगों ने इसे रेल कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही बताया। लोगों का कहना था कि अगर ट्रेन की स्पीड ज्यादा होती तो कई जानें जा सकती थीं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए मुजफ्फरनगर-खतौली रेल हादसे ने रेल मंत्रालय को झकझोर दिया है। हालांकि इस रेल हादसे के बाद कई रेलवे अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से सस्पैंड कर दिया गया और नॉर्दर्न रेलवे के जी.एम. व दिल्ली के डी.आर.एम. को छुट्टी पर भेज दिया गया है, लेकिन रेल हादसे से पीड़ित लोगों व उनके रिश्तेदारों के लिए इसे भुलाना काफी मुश्किल है, क्योंकि इसमें सैंकड़ों लोगों के जान-माल का नुक्सान हुआ है।
सोमवार को ऐसा ही एक मंजर जालंधर के अड्डा होशियारपुर फाटक पर भी दिखाई देता, अगर ड्राइवर द्वारा सतर्कता न बरती जाती। दूसरी तरफ , जब इस बारे में रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने ऐसी कोई भी घटना होने से इंकार कर दिया व किसी भी रेलवे अधिकारी ने घटना की पुष्टि नहीं की। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि खुले फाटक से ट्रेन गुजर ही नहीं सकती, क्योंकि आजकल फाटकों पर इंटरलॉकिंग सिस्टम लगा हुआ है। ‘पंजाब केसरी’ के एक जागरूक पाठक ने हमें मौके की फ ोटो भी भेजी है, जिसमें खुले फाटक पर ट्रेन गुजरती दिखाई दे रही है, लेकिन रेलवे अधिकारी इस बात को मानने को तैयार नहीं हुए।