Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Aug, 2017 11:58 PM
एक ओर जहां पंचकूला में डेरा सच्चा सौदा समर्थकों को एकत्र होने देने तथा उनके द्वारा की गई हिंसा के...
बठिंडा(परमिंद्र): एक ओर जहां पंचकूला में डेरा सच्चा सौदा समर्थकों को एकत्र होने देने तथा उनके द्वारा की गई हिंसा के लिए हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार को हर किसी की आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है वहीं अब कुछ लोग हरियाणा सरकार के हक में भी उतरने लगे हैं।
इसे डेरा प्रमुख को डेरा सिरसा से निकालने हेतु बनाई गई रणनीति करार दिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी बातें सामने आ रही हैं जिनमें हरियाणा की खट्टर सरकार का बचाव करते हुए इस पूरे खेल को हरियाणा सरकार द्वारा रचित करार दिया जा रहा है ताकि राम रहीम को गिरफ्तार करने में कोई दिक्कत पेश न आए।
आसान नहीं था डेरा प्रमुख को सिरसा से गिरफ्तार करना
सोशल मीडिया पर डाली जा रही पोस्टों पर यकीन करें तो हरियाणा सरकार नहीं चाहती थी कि डेरा प्रमुख डेरा सिरसा के अंदर रहे क्योंकि सजा के बाद उन्हें डेरा से गिरफ्तार करना आसान काम नहीं था। ऐसे में अगर पुलिस या सेना डेरा प्रमुख को गिरफ्तार करने की कोशिश करती तो पंचकूला से भी कहीं अधिक नुक्सान हो सकता था। ऐसे माहौल में डेरा प्रेमियों के पास पर्याप्त मात्रा में हथियार भी मौजूद थे जिससे दोनों ओर भारी जानी नुक्सान होने का डर था।
राम रहीम को डेरे से निकालने हेतु दी प्रेमियों को छूट
वायरल हो रही पोस्टों के अनुसार हरियाणा सरकार ने राम रहीम को विश्वास में लेकर एक बड़े काफिले सहित डेरे से रवाना किया। इससे पहले सरकार ने पंचकूला में बड़ी संख्या में डेरा प्रेमियों को एकत्र होने की छूट दी ताकि राम रहीम इस बात को लेकर आश्वस्त रहे कि सजा होने की सूरत में उसके समर्थन में बड़ी संख्या में डेरा प्रेमी अदालत के बाहर मौजूद रहेंगे। इन पोस्टों पर यकीन करें तो हरियाणा सरकार ने राम रहीम को आश्वासन दिया था कि उन्हें हर हाल में बचा लिया जाएगा। सरकार ऐसा जाल बिछाकर डेरा प्रमुख को एक बार डेरा सिरसा से बाहर निकालना चाहती थी। इस कारण डेरा प्रमुख को उसकी मर्जी के अनुसार 800 गाडिय़ों के एक बड़े काफिले के साथ डेरा सिरसा से रवाना किया गया था।