Edited By Updated: 03 Nov, 2016 03:34 PM
सिखों को खुश करने और दुनिया भर में बिगड़ी छवि सुधारने के लिए पाकिस्तान की ओर से श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर प्रस्तावित बाबा नानक इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी फिलहाल पुनर्वास के चक्कर में फंस गई है।
अमृतसरः सिखों को खुश करने और दुनिया भर में बिगड़ी छवि सुधारने के लिए पाकिस्तान की ओर से श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर प्रस्तावित बाबा नानक इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी फिलहाल पुनर्वास के चक्कर में फंस गई है। जिस जमीन पर यूनिवर्सिटी बननी है वहां लोगों के मकान दुकानें हैं। उनको कहीं और बसाए बिना शुरुआत करना संभव नहीं। यही कारण है कि 14 नवंबर को बाबा जी के प्रकाश पर्व पर उसके शिलान्यास का प्रोग्राम टाल दिया गया है।
यूनिवर्सिटी को लाहौर के ननकाना साहिब में 84 एकड़ जमीन पर बनाया जाना है, जबकि कुल 415 एकड़ जमीन की जरूरत है। यह जमीन एक्यू ट्रस्ट प्राॅपर्टी बोर्ड के पास गुरुद्वारा साहिब के नाम से है, लेकिन उस पर कब्जे हैं। ट्रस्ट ने जमीन खाली करवाने की कोशिश की, लेेकिन कुछ लोगों ने अदालत की शरण ले ली थी।
ट्रस्ट के चेयरमैन सिद्दीक उल फारुक की मानें तो 14 नवंबर को पाकिस्तान के पी.एम. नवाज शरीफ इसका नींव पत्थर रखने वाले थे, लेकिन कुछ वजहों से इसे टाल दिया गया है। उम्मीद है कि जनवरी में इसका शुभारंभ होगा।