Edited By Updated: 27 Mar, 2017 01:52 PM
भारत-पाकिस्तान के बीच अटारी बार्डर (आई.सी.पी.) के माध्यम से होने वाले व्यापार पर ग्रहण लगता दिखाई देने लगा है।
अमृतसरः भारत-पाकिस्तान के बीच अटारी बार्डर (आई.सी.पी.) के माध्यम से होने वाले व्यापार पर ग्रहण लगता दिखाई देने लगा है। पाकिस्तान भारत से भेजे 75 ट्रक सोयाबीन को पिछले एक माह से कस्टम क्लीयरिंग नहीं कर रहा है। फरवरी में भारत से गए 75 ट्रक सोयाबीन पाकिस्तान के तरफ खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। पाकिस्तान की हैल्थ मिनिस्टरी ने भारतीय सोयाबीन में कीड़े होने का सर्टिफिकेट जारी करके लेने से इंकार कर दिया है। इस मामले में पाकिस्तान के व्यापारियों ने लाहौर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसकी तारीख 14 अप्रैल मुकर्रर की गई है।
व्यापारिक गतिविधियों को मजबूती देने के लिए जहां एक तरफ भारत सरकार अटारी बार्डर पर व्यापार के रास्ते खोलने में तल्लीन है। वहीं पाकिस्तान के तरफ से भारतीय व्यापारियों को परेशान करने के लिए कोई न कोई रुकावटें पैदा कर रहा है। पिछले एक माह से भारतीय व्यापारियों का करोड़ों का सोयाबीन पाकिस्तान में खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। इसके चलते भारतीय व्यापारियों का पेमेंट पाकिस्तान में फंसा है। यही वजह है कि भारतीय व्यापारी अब पाकिस्तान के अड़ियल रवैये के चलते व्यापार से हाथ पीछे खींच रहा है। जहां अटारी बार्डर के रास्ते व्यापार में 2017 में अब तक कमी आई है वहीं रेल व्यापार भी दोनों मुल्कों के बीच दिनों-दिन कम हो रहा है। मजीठ मंडी फेडरेशन आफ किरियाना एंड ड्राई फ्रूट कामर्शियल एसोसिएशन के प्रधान अनिल मेहरा कहते हैं कि पाकिस्तान के कुछ व्यापारी नहीं चाहते कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार हो।