Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 11:26 AM
मालवा हैरीटेज व सभ्याचार फाऊंडेशन की ओर से बङ्क्षठडा में आयोजित 3 दिवसीय विरासती मेले के अंतिम दिन बड़ी संख्या में लोग मेले में उमड़े।
बठिंडा (परमिंद्र): मालवा हैरीटेज व सभ्याचार फाऊंडेशन की ओर से बङ्क्षठडा में आयोजित 3 दिवसीय विरासती मेले के अंतिम दिन बड़ी संख्या में लोग मेले में उमड़े। रविवार होने के कारण लोगों ने परिवारों सहित मेले में शिरकत की व पुरातन विरासत से सांझ डाली। मेले के दौरान जहां लोगों ने अपनी संस्कृति की जानकारी ली, वहीं मेले में पुरातन खानपान का भी आनंद लिया।
इस दौरान लगे विभिन्न प्रकार की पुरातन वस्तुओं के स्टाल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। मेले में विभिन्न राज्यों के लोगों ने अपने लोक नृत्य भी पेश किए जिनका लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। मेले के दौरान बच्चों व बड़ों ने ऊंट व घोडों की सवारी भी की।
लड़कियों की रस्साकशी थी देखने योग्य: मेले में पुरातन खेल बाजीगरों के करतब, रस्साकशी, कुश्ती व अन्य रिवायती खेलों का भी आयोजन किया गया जो लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। लड़कियों की रस्साकशी देखने योग्य थी, इन खेलों का लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। मेले में विभिन्न लोक गायकों ने भी अपनी पेशकारी दी।
लोगों ने मेले में सरसों के साग व मक्की की रोटी का भी स्वाद चखा जबकि पंजाबी पिन्नियों की भी लोगों ने जमकर खरीद की। मेले के प्रबंधकों हरविंद्र सिंह खालसा व चमकौर सिंह मान ने बताया कि मेले का मुख्य उद्देश्य पंजाब के लोगों विशेषकर युवा पीढ़ी को उनकी विरासत से अवगत करवाना था जिसमें वे पूरी तरह सफल रहे हैं। लोगों ने 3 दिनों के मेले का खूब लुत्फ उठाया।