Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 02:06 PM
सड़कों पर लगे बोर्ड पर पंजाबी भाषा को तीसरे स्थान पर लिखे जाने के विरोध में अकाली दल अमृतसर युथ ऑर्गनाइजेशन दल खालसा के दर्जनों सदस्यों ने बठिंडा से गोनियाना रोड पर लगे बोर्डों पर लिखी हिंदी अंग्रेजी पर कालिख पोत दी और पंजाबी को पहले स्थान पर लिखे...
बठिंडाः सड़कों पर लगे बोर्ड पर पंजाबी भाषा को तीसरे स्थान पर लिखे जाने के विरोध में अकाली दल अमृतसर युथ ऑर्गनाइजेशन दल खालसा के दर्जनों सदस्यों ने बठिंडा से गोनियाना रोड पर लगे बोर्डों पर लिखी हिंदी अंग्रेजी पर कालिख पोत दी और पंजाबी को पहले स्थान पर लिखे जाने की मांग की।
इस मौके पर जब सभी बाजाखाना की और जाने लगे तो पुलिस ने सभी को जीदा गावों से पहले हो रोक दिया जिसके बाद बठिंडा-अमृतसर हाईवे जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरीके से जाम हटवाया और सरकार से बात करने का आश्वासन दिलाया।
इस बारे में ऑर्गनाइजेशन और दल खालसा के मुखी ने बताया कि पंजाब में पंजाबी बोली को ही तीसरा दर्जा दिया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बठिंडा ,फरीदकोट ,मोगा ,मानसा के डीसी को मांग पत्र दिया था कि पंजाबी को बोर्ड के ऊपर लिखा जाए। प्रशाशन ने उनकी मांग नहीं मानी और आज उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी पर काला रंग लगाया। अगर प्रशाशन ने उनकी मांग पूरी न की और पंजाबी को बोर्ड पर पहले स्थान पर न लिखा तो वह आगे फिर संघर्ष करेंगे