Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Dec, 2017 11:20 AM
ऐतिहासिक शहर कपूरथला में इन दिनों सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में पेट की बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है व मरीजों का आना बदस्तूर जारी है। कारण दूषित भोजन व पानी से हो रही पेट की बीमारी हैं। मौसमी बीमारियों के सीजन में खुलेआम...
कपूरथला (मल्होत्रा): ऐतिहासिक शहर कपूरथला में इन दिनों सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में पेट की बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है व मरीजों का आना बदस्तूर जारी है। कारण दूषित भोजन व पानी से हो रही पेट की बीमारी हैं। मौसमी बीमारियों के सीजन में खुलेआम लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। दुकानों पर मिलावटी व खुली खाद्य सामग्री खुलेआम बिक रही है। इस बारे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से इन्हें बेचने वालों के हौसले बुलंद हैं।
मौसमी बीमारियों का सीजन, दूषित खाद्य सामग्री का उपयोग और भी घातक
शहर में होटलों, ढाबों, रेहडिय़ों आदि पर सरेआम बिना ढके खाद्य पदार्थ बेचे जा रहे हैं जिनके कोई मानक नहीं हैं। खुले में बेचे जा रहे खाद्य पदार्थों में शुद्धता का भी कोई ध्यान नहीं रखा जाता। इतना ही नहीं बिना ढके और सड़क किनारे होने के कारण धूल मिट्टी से इन खाद्य पदार्थों के दूषित होने की और भी ज्यादा संभावना बनी रहती है।
ये खाद्य सामग्री कितनी सुरक्षित है यह कोई नहीं जानता और न ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा लंबे समय से शहर में कोई अभियान चलाकर खाद्य सामग्रियों के सैंपल लिए गए। इस कारण दूषित खाद्य सामग्री खाने से लोग बीमार पड़ रहे हैं, जिससे सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस समय वैसे भी मौसमी बीमारियों का सीजन चल रहा है, ऐसे में दूषित खाद्य सामग्री का उपयोग करना और भी घातक है।
खुले में खाद्य सामग्री पर प्रतिबंध का नहीं दिख रहा असर...
स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खुले में खाद्य सामग्री की बिक्री प्रतिबंधित है। सरकार के स्पष्ट और सख्त निर्देश हैं कि खाद्य सामग्री खुले में नहीं बेची जाए और उनकी सुरक्षा और शुद्धता सुनिश्चित हो। इसके बावजूद शहर में खाद्य सुरक्षा अधिनियम का पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं पंजाब सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने मिलावटी व बिना ढके दूषित खाद्य पदार्थ बिकने से रोकने के लिए एक विशेष विंग भी गठित किया हुआ है जो सिर्फ खानापूॢत तक ही सीमित है।
जब दूषित खाने व पानी को लेकर कोई बड़ा मामला सामने आता है तो सिविल अस्पताल की फूड सैंपलिंग की टीमें व अन्य विभागों की कुंभकर्णी नींद टूटती है। ‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिकने वाले दूषित व बिना ढकी खाद्य सामग्री संबंधी जब निरीक्षण किया गया तो कई ऐसे तथ्य सामने आए जिसको पंजाब सरकार द्वारा गठित की गई टीमें देखकर भी अनदेखा कर रही हैं। इस संबंध में टीम द्वारा विभिन्न लोगों से बातचीत भी की गई।