Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 09:11 AM
लैंड रजिस्ट्रेशन में एक नई क्रांति आई है और पंजाब ने सबसे पहले पूरे देश में इसकी मशाल जलाई है। शुक्रवार को आदमपुर और मोगा से एक साथ 2 ऐतिहासिक सॉफ्टेवयर प्रोजैक्ट लांच किए गए। ऑनलाइन लैंड रजिस्ट्रेशन और सैटेलाइट द्वारा निशानदेही करवाने की सुविधा...
जालंधर/आदमपुर(अमित,हेमराज,दिलबागी): लैंड रजिस्ट्रेशन में एक नई क्रांति आई है और पंजाब ने सबसे पहले पूरे देश में इसकी मशाल जलाई है। शुक्रवार को आदमपुर और मोगा से एक साथ 2 ऐतिहासिक सॉफ्टेवयर प्रोजैक्ट लांच किए गए। ऑनलाइन लैंड रजिस्ट्रेशन और सैटेलाइट द्वारा निशानदेही करवाने की सुविधा देने संबंधी प्रोजैक्टों का सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने वी.सी. (वीडियो कॉन्फ्रैंस) द्वारा विधिवत उद्घाटन किया। पुराने प्रि’म सॉफ्टवेयर की जगह एन.आई.सी. द्वारा विकसित नैशनल जैनेरिक डाक्यूमैंट्स रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एन.जी.डी.आर.एस.) ने ले ली जिसके पश्चात अब मोगा और आदमपुर के तहसील कार्यालयों में ऑनलाइन रजिस्ट्री हुआ करेगी।
कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिंद्रा, मनप्रीत सिंह बादल, चरणजीत सिंह चन्नी, तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा, अरुणा चौधरी, साधु सिंह धर्मसोत और रजिया सुल्ताना की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने 5 जिलों के अंदर दूसरे पायलट प्रोजैक्ट की शुरूआत की जिसके तहत अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में इलैक्ट्रॉनिक टोटल स्टेशन प्रोग्राम (ई.टी.एस.) का भी शुभारंभ किया गया जिससे जमीन की निशानदेही की जटिल प्रक्रिया अब बेहद सरल हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहलकदमी सरकार द्वारा नागरिकों को बेहतर सेवाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से की गई है।
इस दौरान पूरे प्रदेश के डिवीजनल कमिशन, डिप्टी कमिश्नर व अन्य अधिकारियों ने इस समारोह में वी.सी. द्वारा भाग लिया। सी.एम. ने अपने संबोधन में कहा कि वह आशा करते हैं कि राजस्व विभाग लोगों को निष्पक्ष, पारदर्शी और जवाबदेह शासन मुहैया करवाएगा। सी.एम. ने निर्देश दिए कि राजस्व अदालतों में वर्षों से लंबित पड़े सभी मामले &1 मार्च, 2018 तक निपटाने को यकीनी बनाया जाए। उन्होंने नागरिक केंद्रित प्रशासन निर्मित करने की जरूरत पर बल देते हुए राजस्व विभाग के प्रशासन को और सक्रिय बनाने व लाल फीताशाही के प्रति कोई नरमी का प्रयोग न करने के लिए भी कहा। इस मौके पर जालंधर डिवीजन नम्बर वन के कमिश्रर राजकमल चौधरी व डिप्टी कमिश्रर ने ऑनलाइन की पहली रजिस्ट्री की कापी दशविन्द्र कुमार व उनके परिवार को सौंपी।