Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 12:25 PM
ट्रांसपोर्ट विभाग में ड्राइविंग लाइसैंस और आर.सी. बनाना अब आसान हो गया है और नए वाहनों की आर.सी. तो पहले ही ऑटो मोबाइल
फिरोजपुर (वरिन्द्र, मनदीप): ट्रांसपोर्ट विभाग में ड्राइविंग लाइसैंस और आर.सी. बनाना अब आसान हो गया है और नए वाहनों की आर.सी. तो पहले ही ऑटो मोबाइल एजैंसियों की तरफ से बनाई जा रही है परंतु अब घर बैठे ही ड्राइविंग लाइसैंस भी अप्लाई किया जा सकता है। एन.आई.सी. (नैशनल इन्फोर्मैटिक सैंटर) की टीम की तरफ से ए.डी.टी.ओ. गुरनाम सिंह के नेतृत्व में डी.टी.ओ. दफ्तर और एस.डी.एम. दफ्तरों के स्टाफ को वैब सार्थी और वैब वाहन 4.0 के नए वर्जन की जानकारी दी गई और इसको डाऊनलोड करने का प्रशिक्षण भी दिया गया।
दफ्तरों के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर : ड्राइविंग लाइसैंस बनाने वाले लोगों को डी.टी.ओ. दफ्तर या फिर एस.डी.एम. दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इस तरह वैब वाहन 4.0 के नए वर्जन में वाहनों का सारा रिकार्ड पूरे देश में ऑनलाइन किया जा रहा है जिस कारण किसी भी राज्य से किसी और राज्यके नंबर की गाड़ी का सारा रिकार्ड देखा जा सकता है।
वैब वाहन 4.0 लांच होने पर वाहनों की चैकिंग में मिलेगी मदद
नैशनल इन्फोर्मैटिक सैंटर के अधिकारियों ने बताया कि वैब वाहन 4.0 लांच होने पर सभी आर.टी.ओ. को भी वाहनों की चैकिंग करने में मदद मिलेगी और किसी और जिले या राज्य की गाड़ी का रिकार्ड देखा जा सकता है और उसी हिसाब के साथ चालान भी किया जा सकता है। इस तरह पुलिस को भी इस नए वैब वर्जन के साथ चोरी के वाहन को पकडऩे में काफी सुविधा मिलेगी।
इंजन और चैसी नंबर की गाडिय़ां बेची जा सकेंगी
मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों की तरफ से जितनी भी गाडिय़ां एजैंसियों को भेजी जाएंगी उसमें वही गाडिय़ां बेची जा सकेंगी, जिनका इंजन नंबर और चैसी नंबर लिखा होगा।