Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Nov, 2017 03:42 PM
दिनों-दिन बढ़ रही प्याज की कीमतें लोगों को रुलाने लगी हैं। गत वर्ष के मुकाबले प्याज की कीमत में लगभग 10 गुना से अधिक वृद्धि हुई है। पिछले लगभग 3 माह दौरान प्याज की कीमतें चार गुना से पार कर चुकी हैं परंतु केंद्र सरकार सिर्फ बयान देकर चुप कर जाती है।...
बठिंडा (सुखविंद्र): दिनों-दिन बढ़ रही प्याज की कीमतें लोगों को रुलाने लगी हैं। गत वर्ष के मुकाबले प्याज की कीमत में लगभग 10 गुना से अधिक वृद्धि हुई है। पिछले लगभग 3 माह दौरान प्याज की कीमतें चार गुना से पार कर चुकी हैं परंतु केंद्र सरकार सिर्फ बयान देकर चुप कर जाती है। फसल की शुरूआत दौरान प्याज की कीमत लगभग 800 रुपए क्विंटल थी इसके बाद रोजाना प्याज की कीमतों में वृद्धि हो रही है और सरकार प्याज की बढ़ती कीमत को रोकने में नाकाम साबित हो रही है। वर्ष 2013 दौरान केंद्र में कांग्रेस की सरकार दौरान प्याज की कीमतें लगभग 100 रुपए किलो तक पहुंच गई थीं। इस वर्ष भी प्याज की कीमत लगभग उसी आंकड़े को छूने के लिए तैयार हैं। उक्त समय महंगाई को लेकर कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली भाजपा सरकार के उक्त नेता अब महंगाई के नाम पर चुप हैं।
3 महीनों में 4 गुना बढ़े रेट
‘अच्छे दिनों’ के दावों से परेशान लोगों ने अब पुराने दिनों की मांग करनी शुरू कर दी है, फिर वह नोटबंदी, जी.एस.टी. हो या फिर प्याज की कीमतें। पिछले & महीनों में प्याज की कीमतों में लगभग 4 गुना वृद्धि हो चुकी है। 10-15 रुपए बिकने वाला प्याज अब 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुका है। खात बात यह है कि प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर राजनीतिक पाॢटयों ने चुप्पी धारी हुई है।