Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 03:08 PM
चुनाव से पहले जारी अपने घोषणापत्र में किसानों के कर्ज माफी को लेकर पंजाब कांग्रेस सरकार ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा ना कर पाने के विरोध में आज आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा ने अपने सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के दोनों विधायकों सहित पंजाब के...
चंडीगढ़ः चुनाव से पहले जारी अपने घोषणापत्र में किसानों के कर्ज माफी को लेकर पंजाब कांग्रेस सरकार ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा ना कर पाने के विरोध में आज आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा ने अपने सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के दोनों विधायकों सहित पंजाब के गवर्नर को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने 3 दिवसीय विधानसभा का खास सत्र बुलाने की मांग रखी जिसमें सिर्फ किसानों के कर्ज और आत्महत्याओं को लेकर ही चर्चा की जाए। इसके अलावा खैहरा ने चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामले में सुभाष बराला के इस्तीफे की मांग की।
गवर्नर को ज्ञापन देने के बाद अाप नेता ने बताया कि किसानों से किए गए झूठे वादों के विरोध में हमने गवर्नर को ज्ञापन दिया है। इस ज्ञापन में किसानों के मुद्दे के साथ-साथ गवर्नर से यह अपील की गई है कि बैंकों के साथ वन टाईम सेटलमेंट किसानों की होनी चाहिए ताकि वह आपसी रजामंदी के साथ अपने कर्ज का कुछ हिस्सा देकर कर्ज से मुक्ति प्राप्त कर सकें।
खैहरा ने कहा कि देश के 12 बड़े घरानों ने बैंकों के 2 लाख करोड़ रुपए मार रखे हैं जबकि किसानों का कुल मिलाकर एक लाख करोड़ है । बैंक पैसे न देने वाले किसानों की फोटो उन्हें डिफाल्टर घोषित कर बैंक के बाहर लगा देते हैं जबकि इन लाखों देने वाले व्यापारियों की फोटो कोई नहीं लगाता जिन्होंने बैंकों के पैसे देने है। सुखपाल खैहरा ने किसानों के मामले को लेकर पंजाब में लोक लहर कार्यक्रम की शुरुआत करने की घोषणा की जिसकी शुरुआत आने वाले दिनों में मानसा से की जाएगी।
वहीं चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता में खैहरा ने कहा कि किसानों द्वारा लगातार की जा रही आत्महत्याएं एक गंभीर मुद्दा है।इस तरफ सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 4 माह में 100 किसान आत्महत्या कर चुके हैं,जबकि मानसा में ही पिछले 24 घंटो में 3 किसानों ने मौत को गले लगा लिया।