Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 03:21 PM
वर्ष 2015 में अमरीका में हुई ओम्लिपिक गेम्स साइक्लिंग में 2 गोल्ड मैडल जीत कर देश व पंजाब का नाम रोशन करने वाले मंदबुद्धि खिलाड़ी राजवीर सिंह (19) इन दिनों मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है।
लुधियाना (दीपक): वर्ष 2015 में अमरीका में हुई ओम्लिपिक गेम्स साइक्लिंग में 2 गोल्ड मैडल जीत कर देश व पंजाब का नाम रोशन करने वाले मंदबुद्धि खिलाड़ी राजवीर सिंह (19) इन दिनों मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है।
सोसायटी के प्रधान चंदन वांडा ने बताया कि राजवीर वासी गांव पायल का रहने वाला है जो वर्ष 2015 में अमरीका के बाद जयपुर में 2 कि.मी. रेस में दूसरा स्थान व 5 कि.मी. रेस में पहला स्थान और वर्ष 2014 में भोपाल में 5 कि.मी. में गोल्ड मैडल व 2 कि.मी. साइक्लिंग में सिल्वर मैडल तथा वर्ष 2012 में संगरूर में 286 मीटर रेस में गोल्ड मैडल जीत चुका है।
वांडा ने बताया कि वह खिलाड़ी घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने कारण खेल छोड़कर मजदूरी के काम पर लग गया है ताकि वह अपना इलाज करवा सके। राजवीर को बचपन में ही निमोनिया हुआ था और इस बीमारी कारण उसका दिमाग भी कमजोर हो गया है। वांडा ने बताया कि उनकी संस्था हैंड टू हैंड वैल्फेयर सोसायटी ने राजवीर के इलाज का सारा खर्च उठाने का जिम्मा उठाया है ताकि वह अपनी गेम जारी रखकर देश व अपने अभिभावकों का नाम रोशन कर सके।