Edited By Updated: 20 Jan, 2017 01:47 PM
महानगर में करोड़ों की लागत से बनने वाले ए.सी. बस स्टैंड का नींव पत्थर रखा जा चुका है परन्तु पी.आर.टी.सी. के उच्च अधिकारी द्वारा नए की
भटिंडा (सुखविंद्र): महानगर में करोड़ों की लागत से बनने वाले ए.सी. बस स्टैंड का नींव पत्थर रखा जा चुका है परन्तु पी.आर.टी.सी. के उच्च अधिकारी द्वारा नए की ‘चाहत’ में पुराने बस स्टैंड को अनदेखा किया जा रहा है। देखरेख की कमी होने के कारण बस स्टैंड में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। इसके अलावा शौचालय न होने के कारण लोग खुले में पेशाब करने के लिए मजबूर हैं। कुछ निजी ट्रांसपोर्टरों द्वारा बस स्टैंड अंदर ही तेल टैंकरों के जरिए अपनी बसों में तेल डालकर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं परन्तु विभाग के अधिकारी इसको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
लोगों को मुंह चिढ़ा रही गंदगी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया गया स्वच्छ भारत अभियान भी भटिंडा के बस स्टैंड को सुंदर नहीं बना सका। बस स्टैंड में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर इस बात का सबूत दे रहे हैं जो बाहर से आने वाले लोगों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। बसों के काऊंटरों और बस स्टैंड के अंदर लगी दुकानों के साथ भी गंदगी के ढेर लगे हुए हैं परन्तु विभाग के उच्च अधिकारी इसको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
डीजल टैंकर उड़ा रहे नियमों की धज्जियां
बस स्टैंड में प्राइवेट ट्रांसपोर्टरों के डीजल टैंकर अपनी बसों में डीजल डालकर सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। गौर है कि जहां उक्त लोगों द्वारा बसों में तेल डाला जाता है वहीं बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद होते हैं जिस कारण कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। भले ही सवारियों से भरी बस को पैट्रोल पर ले जाने की मनाही है परन्तु विभाग इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है।
मनाही के बावजूद पार्क हो रहे वाहन
बस स्टैंड में पुलिस और विभाग की मनाही के बावजूद वाहनों की पार्किंग जारी है। भले अधिकारियों द्वारा उक्त जगह और बस स्टैंड में वाहन खड़े करने पर मनाही की गई है परन्तु पुलिस व विभाग की अनदेखी कारण लोगों द्वारा वाहन पार्क किए जा रहे हैं। इससे अलावा विभाग द्वारा वर्कशाप के गेट के साथ अवैध पार्किंग को रोकने के लिए वृक्षों की कंटीली बाड़ का सहारा लिया जा रहा है।
बस स्टैंड में चल रही प्राइवेट वर्कशाप
विभाग के उच्च अधिकारियों की मेहरबानी के कारण कुछ व्यक्तियों ने बस स्टैंड के अंदर ही टायरों आदि की वर्कशाप खोल कर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उक्त लोगों द्वारा बस स्टैंड के पार्क में ही अपना सामान रखा गया है और इससे आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संबंधित विभाग के अधिकारियों के इस संबंध में कोई कार्रवाई करनी चाहिए।
चुनावों के बाद होगा हल: एम.डी.
बसों की जांच हेतु भटिंडा पहुंचे पी.आर.टी.सी. के मैनेजिंग डायरैक्टर रजिंद्र सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव होने के कारण उनके पास समय नहीं है। जैसे ही चुनाव का काम खत्म होगा वैसे ही डिपो की कमियों को दूर किया जाएगा। फिलहाल वह खस्ताहाल हालत बसों की जांच हेतु भटिंडा आए हैं। इसकेअलावा खस्ताहालत हो चुकी बसों को बंद कर नई बसें चलाई जाएंगी।