Edited By Updated: 18 Jan, 2017 11:22 AM
जिला रैडक्रॉस भवन में उड़ीसा बाढ़ पीड़ितों के नाम पर कर्मचारियों द्वारा किए गए 11 लाख से ऊपर के घोटाले की गूंज अब देश के राष्ट्रपति प्रणव
लुधियाना (खुराना): जिला रैडक्रॉस भवन में उड़ीसा बाढ़ पीड़ितों के नाम पर कर्मचारियों द्वारा किए गए 11 लाख से ऊपर के घोटाले की गूंज अब देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर सहित कई अन्य सरकारी विभागों के गलियारों में गूंजेगी, क्योंकि उक्त घोटाले को लेकर शिकायतकत्र्ता कृष्ण राय शर्मा ने उक्त मुद्दे संबंधी सभी सरकारी विभागों व देश के सबसे अहम पदों पर विराजमान राजनेताओं को भेजे गए शिकायत पत्र में मांग रखी है कि उक्त घोटाले के आरोपियों ने न केवल बाढ़ पीड़ित हजारों परिवारों के साथ भद्दा मजाक करके मुसीबत के समय दौरान पीड़ित परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़का, बल्कि सरकार की गोद में बैठकर सरकार की नींव खोखली करने की साजिशें रचते हुए सरकार की गरिमा को दागदार कर रहे हैं।
ताजा मामले की बात करें तो विभाग के पूर्व अकाऊंटैंट चंद्रमोहन द्वारा रैडक्रॉस कार्यालय में कार्यरत एक महिला कर्मचारी साथी को लाभ पहुंचाने के मकसद से वेतन देने के नाम पर 20,000 रुपए अधिक देने की बात सामने आई है, जिसके लिए शातिर कर्मचारी द्वारा महिला को दिए गए सरकारी चैक की रकम करीब 8300 रुपए के आगे 2 का अंक लगाकर 28,300 रुपए करने की बात बताई जा रही है, जोकि पूरी तरह से गैरकानूनी व सरकारी खजाने में सेंधमारी कही जा सकती है। ऐसे में अहम बात यह भी जुड़ी हुई है कि शिकायतकत्र्ता शर्मा के मुताबिक विभागीय घोटालों में लिप्त एक कथित आरोपी ए.के. शर्मा मौजूदा समय के दौरान विदेशी धरती पर नजारे लूट रहा है। वहीं शर्मा ने जिक्र किया है कि पूर्व अकाऊंटैंट रैडक्रॉस कार्यालय चंद्रमोहन अक्तूबर 2008 से जनवरी 2009 तक विभाग में ऑनरेरियम (कच्ची भर्ती) महिला कर्मचारी को 4 महीने की छुट्टियों की तनख्वाह भी दी गई है, जोकि किसी भी सूरत में कच्चे कर्मचारियों को नहीं दी जा सकती है।
शिकायतकत्र्ता कृष्ण राय शर्मा ने आरोप लगाए हैं कि विभाग में कार्यरत लॉबी में शामिल पूर्व महिला क्लर्क, अकाऊंटैंट चंद्रमोहन, ए.के. शर्मा व ओ.पी. वर्मा सहित कई अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा अंधी लूटमार की गई है, जिसके सभी सबूत उनके पास मौजूद हैं लेकिन बावजूद इसके कथित आरोपियों पर कोई उचित विभागीय व कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है, जोकि प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान है। शर्मा ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि रैडक्रॉस कार्यालय में एक के बाद एक 6 बड़े घोटाले उक्त कथित आरोपियों की देन हैं, जिसे कुछ अधिकारी फाइलों के ढेर में दबाने की रणनीति अपना रहे हैं।